धनबाद: झारखंड बांग्ला भाषा भाषी उन्नयन समिति ने 25 दिसंबर को रणधीर वर्मा चौक पर सांसद ढुल्लू महतो का पुतला दहन किया। यह प्रदर्शन सांसद द्वारा निरसा विधायक अरूप चटर्जी को “बांग्लादेशी” कहने और उनके स्वर्गीय पिता गुरदास चटर्जी पर अभद्र टिप्पणी के विरोध में किया गया।
समिति ने सांसद के इस बयान को बांग्ला भाषी समाज का अपमान बताया और इसे गंभीर रूप से निंदनीय करार दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने किया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सांसद ढुल्लू महतो सार्वजनिक मंच से अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते, तो सड़क से लेकर सदन तक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
समिति ने जोर देकर कहा कि धनबाद का इतिहास और संस्कृति बंगाली भाषा और परंपरा से गहराई से जुड़ी हुई है। धनबाद पहले बंगाल के पुरुलिया जिले का हिस्सा था, और आज भी यहां की 60% आबादी बांग्ला भाषा बोलती है और बंगाली संस्कृति का पालन करती है।
प्रदर्शन के दौरान जिला सचिव राणा चट्टराज, पूर्व मुखिया गोपाल दास, कल्याण भट्टाचार्य, सूसोभन चक्रवर्ती, कल्याण घोषाल समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सांसद का यह बयान बांग्ला भाषी समाज के विश्वास और सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है।
प्रदर्शनकारियों ने एकजुट होकर कहा कि बांग्ला भाषी समाज सांसद की इस टिप्पणी को कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सांसद माफी नहीं मांगते, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज किया जाएगा।