प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद अधिकारी और कर्मचारियों को संबोधित करते मंत्री विजय चौधरी।
जल संसाधन विभाग की ओर से राज्य में संभावित बाढ़ से निपटने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण, 28 और 29 मई को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित की गई है।
.
इस दौरान जल संसाधन विभाग विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और तकनीकी विशेषज्ञ मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने आज दीप प्रज्वलन कर किया। इस मौके पर मंत्री के साथ विभाग के प्रधान सचिव, अधिकारी और अन्य कर्मी उपस्थित थे।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा की जा चुकी है और तटबंधों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
पत्रकारों को प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते मंत्री विजय कुमार चौधरी।
बाढ़ प्रबंधन की तैयारी अभी से शुरू
मंत्री विजय चौधरी ने आगे कहा कि बाढ़ से होने वाली परेशानी को कम करने और तटबंधों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की असली परीक्षा बाढ़ के समय होती है, इसलिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। यह प्रशिक्षण न आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में तुरंत और समन्वित कार्यप्रणाली विकसित करने में भी सहायक सिद्ध होगा।
वहीं प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन व्यावहारिक सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बाढ़ के दौरान त्वरित निर्णय लेने, राहत और बचाव कार्य, जल प्रवाह का आकलन और तटबंधों की निगरानी जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
समीक्षा बैठकों में भी तटबंध सुरक्षा पर जोर
दरअसल दो दिन पहले ही सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें तटबंधों की मजबूती, उनकी मरम्मत और किसी भी प्रकार की टूट-फूट से रोकथाम पर विशेष चर्चा की गई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बाढ़ से कैसे निपटा जाए इस पर अधिकारियों को निर्देश दिया गया था। विभाग इस बार पहले से अधिक सतर्कता और तैयारी के साथ बाढ़ से मुकाबला करने की योजना पर काम कर रहा है।
PM जब भी आते हैं बिहार को कुछ देकर जाते हैं
वहीं मंत्री विजय चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दो दिवसीय बिहार दौरे पर भी प्रतिक्रिया दी। प्रधानमंत्री जब भी बिहार आते हैं, प्रदेश को कुछ न कुछ सौगात जरूर देते हैं। हमें उम्मीद है कि इस बार भी बिहार को विकास से जुड़ी कई नई योजनाएं मिलेंगी।