भूतभावन भगवान शंकर के प्रतिरूप बाबा श्री कपाल भैरव के द्वार पर साधकों का जमावड़ा लगा। अवसर था पौष कालाष्टमी का श्री कपाल भैरव अथवा लाट भैरव प्रबंध समिति के तत्वावधान में कज्जाकपुरा स्थित अनादिकालेश्वर बाबा श्री लाट भैरव का त्रिगुणात्मक श्रृंगार किया
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बाबा के दरबार में देर रात तक भक्तों की लगी रही भीड़।
तंत्र साधकों ने किया पूजन
काशी के प्रकांड तंत्र साधकों ने बाबा के दरबार में शीश नवाया। परम्परागत रूप से बटुक भैरव के महंत राकेश पुरि ने बाबा के संमुख विधिवत तंत्रोक्त साधना कर विश्व शांति की कामना की। पंचमकार पूजन के दौरान शाम से ही यज्ञ की वेदी में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुतियों के पड़ने का क्रम प्रारम्भ हुआ।
बाबा लाट भैरव का हुआ भव्य श्रृंगार।
चूड़ा-मटर व गाजर का हलवा का लगा भोग
मंदिर प्रांगण में देर रात्रि तक दर्शन पूजन का क्रम चलता रहा। बाबा को मौसमी व्यंजन चूड़ा-मटर व गाजर का हलवा का भोग अर्पित कर भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया।भक्तों के लगाये जयजयकार से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा।मध्य रात्रि में हजारे दीपक से आरती कर कार्यक्रम का समापन किया गया। अनुष्ठान के मुख्य यजमान विशाखापटनम के शारदा लक्ष्मी गणपति कुमार रहे।
चूड़ा मटर और गाजर के हलवा का लगा भोग।
यह लोग रहे उपस्थित
उक्त अवसर पर श्री कपाल भैरव अथवा लाट भैरव प्रबंधक समिति के अध्यक्ष रोहित जायसवाल (पार्षद), उपाध्यक्ष बसंत सिंह राठौर, प्रधानमंत्री छोटेलाल जायसवाल, मंत्री मुन्ना लाल यादव, विक्रम सिंह राठौर, कोषाध्यक्ष छोटन केशरी, मीडिया प्रभारी शिवम अग्रहरि, नंदलाल प्रजापति, बच्चे लाल, सुशील जायसवाल, पूजारी संजय पांडेय, अंकित, निक्की, रवि कुशवाहा, गोदे महराज, श्लोक सिंह, दिलीप कुमार, मंदीप आदि उपस्थित थे।