बालाघाट में सिख समाज ने बैसाखी का पर्व खालसा पंथ साजना दिवस के रूप में श्रद्धा से मनाया गया। गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं ने माथा टेका और अखंड पाठ साहिब की सेवा का आयोजन किया गया। रागी जत्था की ओर से शबद कीर्तन की प्रस्तुति दी गई।
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बैसाखी का पर्व सिख धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसी दिन सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने पंच प्यारों को अमृतपान कराकर सिख समाज की नींव रखी थी।
शबद कीर्तन करते सिख बच्चे।
सभा प्रतिनिधि ने दी अहम जानकारी
श्री गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा के प्रतिनिधि सतनाम सलूजा ने बताया कि पंजाब के अनंतपुर में गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। आज भी सिख समाज गुरु गोबिंद सिंह जी के बताए मार्ग पर चलता है। कार्यक्रम में दिन और रात्रि में गुरु के प्रसाद के रूप में लंगर की सेवा की गई। साध संगत के साथ-साथ आम लोगों ने भी लंगर का लाभ लिया।

गुरुद्वारे में माथा टेकने पहुंची महिलाएं।

वैशाखी पर्व पर गुरुद्वारे को सजाया गया।

लंगर में प्रसादी ग्रहण करते समाजजन।