सीहोर जिले में किसानों को लेकर एक विचित्र स्थिति पैदा हो गई है। एक ओर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों को मात्र 5 रुपए में स्थायी बिजली कनेक्शन देने की घोषणा की है। वहीं, दूसरी ओर बिजली वितरण कंपनी रात 12 बजे गांवों में जाकर बकाया बिल जमा करने के
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किसानों को नोटिस और वसूली का दबाव
सीहोर के बिजौरी डीसी क्षेत्र के कई गांवों के किसानों को 6 हजार रुपए जमा करने के नोटिस मिले हैं। किसान आमतौर पर होली के आसपास फसल बेचकर बिल जमा करते हैं। लेकिन इस बार कंपनी ने गेहूं की फसल कटने से पहले ही मार्च में वसूली शुरू कर दी है। कंपनी ने बिजली काटने और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है, जिससे किसानों में आक्रोश है।
इस मामले में बिजली वितरण कंपनी सीहोर के अधीक्षण यंत्री सुधीर शर्मा ने कहा है कि रात में ऐलान करने के कोई आदेश नहीं दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हो रहा है तो जांच कराई जाएगी।
किसानों को लेकर हाल में हुई घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए हाल में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। सीएम ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि किसानों को 5 रुपए में बिजली का स्थायी कनेक्शन मिलेगा। इसके साथ ही अगले तीन साल में 30 लाख सोलर पंप दिए जाएंगे। हर साल 10 लाख कनेक्शन का वितरण होगा। किसानों को 24 घंटे बिजली मिलेगी। वे सौर ऊर्जा से बिजली बेच भी सकेंगे। राज्य सरकार किसानों को सोलर पंप से बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की योजना पर काम कर रही है।