भिलाई खुर्सीपार में प्रतियोगी छात्र छात्राओं की तैयारी और पढ़ाई के लिए 35 लाख रुपए की लागत से बनाई गई डिजिटल लाइब्रेरी अनदेखी का शिकार हो रही है। यहां ना तो सही से कंप्यूटर चल रह हैं ना किताबें और ना इंटरनेट के लिए रिचार्ज कराया जा रहा है।
.
इसको लेकर लाइब्रेरी में आने वाले छात्र छात्राओं ने जोन आयुक्त और अन्य जिम्मेदारों से शिकायत की, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। छात्रों का कहना है कि जिस समय डिजिटल लाइब्रेरी बन रही थी उन्हें बोला गया था कि यहां इंटरनेट, किताब, कंप्यूटर, कूलर, पंखा, लाइट सभी की व्यवस्था दी जाएगी, लेकिन वर्तमान में हालत यह है कि यहां कुछ भी सुविधा सही नहीं मिल पा रही है।
उन्होंने बताया कि उन लोगों ने इससे पहले 10 जुलाई 2024 को निगम और जोन आयुक्त से शिकायत कर खुर्सीपार डिजिटल लाईब्रेरी में सुविधाओं को उपलबध कराने की गुहार लगाई थी, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। ना ही किसी राजनीतिक दल ने उनका साथ दिया। इसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं के सामने अपनी समस्या रखी।
निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर की गई शिकायत
आप नेताओं ने मिलकर शुक्रवार को भिलाई नगर निगम के आयुक्त को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा और सुविधा दिलाए जाने की मांग की। इस दौरान उन्होंने निगम आयुक्त गेट के सामने खड़े होकर प्रदर्शन भी किया। आप नेता मेहरबान सिंह और जसप्रीत सिंह का कहना है कि वो इतना ही चाहते हैं कि बच्चों को सही से किताब, इंटरनेट और कंप्यूट की सुविधा मिल सके, जिससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में कोई परेशानी ना हो।
150 बच्चों का भविष्य अधर में
इस डिजिटल लाइब्रेरी में वर्तमान में 150 से अधिक बच्चों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है। वो लोग हर दिन यहां सुबह और शाम को आते हैं और कई कई घंटे बैठकर किताबें और कंप्यूटर में मैटर निकालकर तैयारी कर रहे हैं। वर्तमान में कोई सुविधा ना होने से उन्हें तैयारी करने में परेशानी हो रही है।