जबलपुर स्थित उर्वरक गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत भारतीय किसान संघ ने की है। संगठन के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल की शिकायत पर संबंधित विभाग ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
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राघवेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि प्रदेश में डीएपी की कमी के चलते बाजार में कई कंपनियों के नाम पर नकली खाद बेचने के मामले सामने आए थे। इस पर भारतीय किसान संघ ने खाद की गुणवत्ता और कालाबाजारी को लेकर आंदोलन किया था। शासन ने इस पर कार्रवाई करते हुए विभिन्न खाद विक्रेताओं के सैंपल की जांच के आदेश दिए।
हालांकि, किसान संघ का आरोप है कि सरकार के सख्त निर्देशों के बावजूद किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद नहीं मिल पाई। विभागीय अधिकारियों ने दुकानदारों से सैकड़ों खाद के सैंपल लेकर जबलपुर की प्रयोगशाला भेजे, लेकिन उनकी जांच रिपोर्ट का पता नहीं चला। किसानों का कहना है कि खराब गुणवत्ता की खाद के कारण उनकी फसल का उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
अक्टूबर में भेजी गई शिकायत में राघवेंद्र सिंह ने प्रयोगशाला प्रभारी पर बिना जांच के ही रिपोर्ट बनाने का गंभीर आरोप लगाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए भोपाल से प्रयोगशाला विशेषज्ञ डॉ. अजय कौशल को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जिन्होंने प्रयोगशाला पहुंचकर जांच की और अब जल्दी ही रिपोर्ट आने की संभावना है।