छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 1 और कोविड मरीज की पुष्टि हुई है। शनिवार (7 जून) को सरकंडा क्षेत्र में रहने वाली एक 45 साल की महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई है। इसे मिलाकर शहर में अब 11 सक्रिय मरीज हैं। वहीं, हाईकोर्ट परिसर में भी कोरोना को लेक
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गर्मी छुट्टी के बाद 9 जून से हाईकोर्ट में नियमित कामकाज शुरू होने वाला है। प्रशासन ने एक सर्कुलर जारी किया है जिसके मुताबिक, सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, अधिवक्ताओं, वादकारियों और क्लर्कों को मास्क, स्कार्फ या रूमाल का उपयोग करना अनिवार्य होगा। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने ट्रैवल हिस्ट्री वालों से टेस्ट कराने की अपील की है।
हाईकोर्ट परिसर में मास्क लगाना अनिवार्य
परिसर में सतर्कता बेहद जरूरी – हाईकोर्ट
प्रशासन ने समय-समय पर सैनिटाइजर का उपयोग करने और अनावश्यक भीड़ से बचने की सलाह दी गई है। प्रभारी रजिस्ट्रार जनरल खिलावन राम रिगरी ने जारी सर्कुलर में कहा है कि संक्रमण की आशंका को देखते हुए हाई कोर्ट परिसर में सतर्कता बेहद जरूरी है।
कोर्ट में नियमित सुनवाई शुरू होने से कई विभागों के अधिकारी और शासन से जुड़े प्रकरणों में नियुक्त ओएसडी भी उपस्थित रहेंगे। ऐसे में संक्रमण की रोकथाम को लेकर सभी से सहयोग की अपील की गई है।
होम आइसोलेशन में चल रहा महिला का इलाज
बता दें कि सरकंडा में मिली संक्रमित महिला की हालत पूरी तरह से सामान्य है। ऐसे में उनका इलाज होम आइसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। अब तक मिले 11 मरीज में से शहर के सरकंडा क्षेत्र से सबसे ज्यादा छह मरीज मिले हैं।
इसके अलावा नेहरू नगर से दो, हेमूनगर से दो व तोरवा और शंकरनगर से एक-एक मरीज की पहचान की गई है। वही अब सभी के ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी ली जा रही है। साथ ही मरीजों के संपर्क में आने वालों की जानकारी भी जुटाई जा है, ताकि उनका भी कोरोना जांच हो सके। इनमें से संक्रमित मिलने वालों की इलाज की व्यवस्था की जाएगी।

फाइल फोटो- अस्पताल में चल रहा बुजुर्ग का इलाज
86 वर्षीय बुजुर्ग अस्पताल में भर्ती
कोविड के नोडल अधिकारी डॉ प्रभात श्रीवास्तव का कहना है कि सभी मरीज की हालत सामान्य है, लेकिन एक मरीज 86 साल होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और स्थिति सामान्य है।
वही आइसोलेशन में रहने वाले अन्य मरीजों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। उन्हें कहा गया है कि यदि उन्हें लगता है कि तबीयत में सुधार नहीं हो रहा है, तो वे स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सकते हैं। चिकित्सा टीम उनका इलाज करेंगे। ट्रैवल हिस्ट्री वालों में लक्षण मिले तो कराए जांच
नोडल अधिकारी डॉ प्रभात श्रीवास्तव का कहना है कि ज्यादातर मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री निकली है। साफ है कि दूसरे प्रदेश से भ्रमण कर आने वालों के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका है।
ऐसे में ट्रैवल हिस्ट्री वालों में सर्दी, बुखार और कोरोना वायरस के अन्य लक्षण मिलते हैं, तो वे तुरंत अपना टेस्ट कराएं, ताकि संक्रमित होने पर उपचार किया जा सके और बढ़ते मामलों को रोका जा सके।
कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले सावधान
सिम्स के एमएस डॉ लखन सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस से डरने की आवश्यकता नहीं है। यह सिर्फ कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों को ही संक्रमित कर सकता है। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना अच्छा होगा।