ग्रामीण विकास विभाग ने बीडीओ को नई गाड़ियों की सौगात देने की प्रक्रिया तेज कर दी है। राजधानी स्थित विधानसभा परिसर में बड़ी संख्या में नए वाहन लाए गए हैं, जिन्हें जल्द ही प्रदेश के विभिन्न प्रखंडों में तैनात बीडीओ को सौंपा जाएगा।
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राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने जानकारी दी कि प्रदेश में प्रखंड स्तरीय प्रशासन को सशक्त करने और उनकी कार्यक्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि साल 2008-09 में 422 प्रखंडों के लिए जो वाहन खरीदे गए थे, वे अब 15 साल से अधिक पुराने हो चुके हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ने चरणबद्ध तरीके से सभी बीडीओ को नए वाहन उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।
112 प्रखंडों के बीडीओ को वाहन मिले थे
पहले चरण में पिछले माह राज्य के 112 प्रखंडों के बीडीओ को वाहन प्रदान किए गए थे। इनमें पटना, नालंदा, गया, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण और भागलपुर जिले के पांच प्रखंडों को वाहन दिए गए।
वहीं, भोजपुर, जमुई, सहरसा और पूर्णिया के तीन-तीन प्रखंडों को, बक्सर, नवादा, सारण, गोपालगंज, दरभंगा, शेखपुरा, समस्तीपुर, बेगूसराय, मधेपुरा, वैशाली और मधुबनी के चार-चार प्रखंडों को यह सुविधा मिली।
इसके अलावा, कैमूर, अरवल, पश्चिम चंपारण, मुंगेर और सुपौल के दो-दो, जबकि जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, सीवान, खगड़िया, बांका और औरंगाबाद में एक-एक बीडीओ को वाहन प्रदान किया गया। रोहतास के छह और कटिहार के तीन प्रखंडों को भी इसमें शामिल किया गया था।
300 प्रखंडों को वाहन देने की प्रक्रिया होगी
अब योजना के दूसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है। इस बार बचे हुए 300 प्रखंडों को वाहन देने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। नई खेप के वाहनों की आपूर्ति विधानसभा परिसर में हो चुकी है और जल्द ही वितरण की तारीख की घोषणा की जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और प्रशासनिक निगरानी को सुचारु बनाए रखने के लिए यह पहल राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण रणनीति के रूप में देखी जा रही है।