बिहार में आज यानी बुधवार को भी मौसम बदला रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र ने 22 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में हल्की बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है। इस दौरान इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
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मौसम विभाग के अनुसार, मौसम में आए बदलाव के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। आने वाले 4-5 दिनों तक अधिकतम तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। वहीं, पिछले 48 घंटे में जमुई में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। यहां 48.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड किया गया।
प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश की संभावना
बिहार में पुरवा हवा चल रही है, जो बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आ रही है। इसका असर प्रदेश के ऊपर पड़ रहा है, जिससे मौसम में बदलाव दिख रहा है। 19 अप्रैल तक आंधी-बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है।
खासकर, बिहार के पूर्वी हिस्सों में एक-दो जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान इन इलाकों में तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने और तेज हवा चलने की संभावना है। 50-60KM प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।

19 अप्रैल तक प्रदेश में कैसा रहेगा मौसम
17 अप्रैल: बिहार के सभी 38 जिले को लेकर अलर्ट जारी हुआ है। इसमें पटना, बक्सर, भोजपुर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, गया, नवादा, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा और बेगूसराय में यलो अलर्ट है।
इसके अलावा जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, पूर्णिया, सहरसा, मधेपुरा, किशनगंज, अररिया, सुपौल, समस्तीपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, सारण, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, गोपालगंज, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
18 अप्रैल: पटना, गोपालगंज, सीवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, गया, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, बेगूसराय, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में बारिश को लेकर यलो अलर्ट है।
सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, भागलपुर, मुंगेर, बांका और जमुई में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट है।
19 अप्रैल: 17 जिले में बारिश को लेकर यलो अलर्ट रहेगा, जिसमें किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, बांका, जमुई, सारण, सीवान, गोपालगंज, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में शामिल हैं।

इस मौसम के संभावित प्रभाव
- आकाशीय बिजली से जान माल और पशु को नुकसान।
- खड़ी फसलों और फलदार वृक्षों को नुकसान।
- झुग्गी-झोपड़ी और कच्चे मकानों को नुकसान।
क्या करें और क्या न करें
- बिजली चमकने या गरगराहट की आवाज सुनाई देने पर पक्के घर में रहना चाहिए।
- पेड़ के नीचे नीचे खड़ा नहीं रहना चाहिए।
- किसान को खराब मौसम के दौरान कृषि कार्य रोक देना चाहिए और बारिश खत्म होने के बाद काम शुरू करना चहिए।
