मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की गई थी। जिसके बाद टीआई ने जांच कर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
इंदौर की सराफा पुलिस ने बीजेपी नेताओं के नाम पर लोगों को धमकाने वाले एक सोना-चांदी व्यापारी के खिलाफ 51 लाख रुपए से ज्यादा के आभूषणों के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में केस दर्ज किया है। आरोपी काफी समय से व्यापारियों पर बीजेपी नेताओं के नाम से दबाव
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टीआई सुरेंद्र सिंह रघुवंशी के मुताबिक, विशाल पुत्र अवध बिहारी गुप्ता निवासी जीसीएस स्कीम नंबर 78 की शिकायत पर सोमवार रात अभिषेक पुत्र अनिल कुमार जैन निवासी 70 बड़ा सराफा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। आरोपी जेम्स ज्वेलर्स के नाम से काम करता है। उसने सोने के बिस्कुट में हेराफेरी कर विशाल बिहारी को बीजेपी नेताओं के नाम से धमकाकर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी।
टीआई रघुवंशी ने बताया कि विशाल इन्वेस्टमेंट का काम करता है। जेम्स एंड ज्वेलर्स के अभिषेक जैन को 2022 से जानते हैं। उसने व्यापारिक संबंध में इन्वेस्ट करने की बात कर लालच दिया। वह मोबाइल पर ज्वेलरी के फोटो और वीडियो भेजने लगा। किफायती दामों पर सोना-चांदी दिलवाने की बात करता था।
4 फरवरी 2025 को अभिषेक से विशाल ने कॉल कर सोने के बिस्किट और चांदी के भाव के बारे में जानकारी ली। इसके बाद अगले दिन तीन सोने के बिस्किट और 25 किलो चांदी का भाव पूछा गया। इसमें 51 लाख से अधिक का बिल बना, जो अभिषेक के यश बैंक के अकाउंट में डाला गया।
बिल मांगते ही अभिषेक ने शुरू की आनाकानी
टीआई रघुवंशी ने बताया कि दो दिन तक लगातार अकाउंट में 40 लाख का पेमेंट वापस आया। जब अभिषेक से पूछा तो उसने केवाईसी अपडेट नहीं होने की बात कहते हुए रिटर्न रुपए आने की बात कही। इसके बाद 5 लाख रुपए उसने 6 फरवरी को नकद लेकर अपने पास रख लिए। 10 फरवरी को अभिषेक ने एसबीआई का अकाउंट दिया, जिसमें 42 लाख रुपए ट्रांसफर किए। अभिषेक से सौदे का बिल मांगा तो वह आनाकानी करने लगा। बिल भेजने पर उसने तीन प्रतिशत रुपए जोड़े। पूछताछ करने पर उसने बताया कि जब वह माल वापस बेचेगा तो उसमें डेढ़ लाख का पेमेंट जोड़कर वापस कर देगा। उसने कहा कि अगले दिन सुबह खजराना गणेश पर मिलना।
11 फरवरी की सुबह पुष्य नक्षत्र योग में जब विशाल वहां पहुंचे तो दो चांदी के हाथी बिना वजन कराए दे दिए। उनकी जब शुद्धता की जांच कराई गई तो वह 62 और 59 प्रतिशत ही निकली, जबकि अभिषेक ने बिल पर 99 प्रतिशत शुद्धता अंकित करते हुए चांदी का बिल सौंपा था। वहीं बाद में तीन सोने के बिस्किट और बाकी की चांदी मांगी तो अभिषेक आज-कल करने लगा। इसके बाद 22 फरवरी को अभिषेक की दुकान पर पहुंचने पर विशाल ने सोने के बिस्किट और चांदी मांगी तो उसने कहा कि चार दिन बाद आना। तब विशाल ने कहा कि अगर बाकी का सोना और चांदी नहीं दी तो वह पुलिस में शिकायत करेगा।
इसके बाद विशाल शॉप से चला गया। फिर विशाल को सराफा थाने से कॉल आया और उनके खिलाफ शिकायत होने की बात कही गई। 23 फरवरी को दोनों के बीच समझौता हुआ, जिसमें अभिषेक ने 25 फरवरी को अपने मनमाफिक बिल दे दिया। इसमें तीन सोने के बिस्किट दिए गए और 5 लाख नकदी दी गई, लेकिन 24 किलो से ज्यादा चांदी नहीं दी गई। पूर्व में दी गई चांदी की शुद्धता में भी धोखाधड़ी की गई थी। इसके बाद लगातार अभिषेक मोबाइल पर बीजेपी नेताओं के नाम से कॉल कर धमकी देने लगा। मामले में कमिश्नर संतोष सिंह को शिकायत की गई। इस पर आरोपी पर केस दर्ज किया गया।