रांची जिले में बुंडू में एक बार फिर अवैध लॉटरी का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। पुलिस को भी इसकी जानकारी है, लेकिन लॉटरी के इन धंधेबाजों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। लॉटरी माफिया हर दिन 6 से 7 लाख रुपए की लॉटरी बेच रहे हैं और मुनाफा कमा रहे हैं
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लॉटरी का ये धंधा पूरी तरह से बंगाल व नगालैंड में चलने वाली लॉटरी पर निर्भर रहता है। क्योंकि वहीं से यह डेली लॉटरी बुंडू पहुंच रहा है। माफिया लॉटरी का एक हफ्ते का लॉट एक ही बार में लाकर विक्रेताओं को दे देते हैं। जब एक लॉट बिक जाता है, उसके बाद दूसरा लॉट लाकर दिया जाता है। बुंडू थाना प्रभारी राम कुमार वर्मा का कहना है कि इस मामले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। कुछ माह पूर्व भी लॉटरी बेचने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
झारखंड में प्रतिबंधित है कारोबार झारखंड में लॉटरी का कारोबार प्रतिबंधित है। देश के सिर्फ कुछ ही राज्य हैं, जहां लॉटरी का कारोबार वैध है। इनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पंजाब, सिक्किम और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। शेष राज्यों में राज्य सरकार ने लॉटरी बेचने पर प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन प्रतिबंध वाले राज्यों में भी लॉटरी माफिया इसे चोरी छिपे बेचते ही हैं।
बुंडू में 40 एजेंट, तय घरों में ही बेची जाती है लॉटरी
बुंडू में अवैध लॉटरी बेचने के इस कारोबार में 40 एजेंट अलग-अलग जगहों पर लगाए गए हैं। जो तय जगहों व घरों में ही लॉटरी के टिकट बेचते हैं। लॉटरी खरीदने वालों को पता रहता है कि किस जगह बिक्री हो रही है। सुबह से लॉटरी की बिक्री इस लिए शुरू हो जाती है, क्योंकि दिन के एक बजे हर दिन लॉटरी का ड्रॉ होता है। लॉटरी 120 रुपए में 10 व 60 रुपए में 5 बेची जाती है। लॉटरी के इस धंधे में बुंडू व तमाड़ के ही दो मुख्य माफिया हैं। जो इन सभी एजेंट को एक दिन पहले रात में ही लॉटरी की टिकट सप्लाई कर देते हैं, ताकि सुबह से ही इसकी बिक्री चालू हो जाए।
लॉटरी की तस्वीर।