बुरहानपुर में राज्य स्तरीय सर्व आदिवासी समाज का सम्मेलन बुधवार को बुरहानपुर की रेणुका माता स्थित कृषि उपज मंडी में हुआ, जिसमें कई महत्वपूर्ण लिए गए। आदिवासी समाज ने पहली बार सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए नवाचार किया है।
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सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि समाज के विवाह समारोह, सामाजिक कार्यक्रमों में अंग्रेजी शराब का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। जहां कच्ची शराब का उपयोग होता है वहां भी इस पर नियंत्रण रहेगा। जहां अधिक आवश्यकता होगी वहीं उपयोग होगा। पहले यह खुलेआम पी जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। दहेज को लेकर खास तौर पर नियम तय कर सभी समाजजन ने शादी में होने वाले फिजूलखर्च और शराब के सेवन पर रोक लगा दी, जिससे समाज आर्थिक रूप से सशक्त बन सके।
सम्मेलन बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग।
चार राज्यों से आए आदिवासी समाज के लोग खास बात यह है कि इस सम्मेलन में आदिवासी समाज के राठिया मांदलिया, भील समाज, भिलाला समाज और बारेला समाज की ओर से दहेज को लेकर अपनी अपनी नियमावली भी तय की गई है। सम्मेलन में मप्र के विभिन्न जिलों से आदिवासी समाजजन आए। वहीं महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान के अलावा निमाड़ के खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी जिले से समाज के लोग शामिल हुए।

रैली में नाची विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष।
महासम्मेलन के पहले निकाली रैली
कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित इस महासम्मेलन से पहले दोपहर 2 बजे शनवारा से एक भव्य सांस्कृतिक रैली निकाली गई। रैली इंदौर-इच्छापुर हाईवे होते हुए रेणुका माता स्थित कृषि उपज मंडी तक पहुंची। इसमें बड़ी संख्या में आदिवासी युवक-युवतियों ने पारंपरिक वेशभूषा में भाग लिया। नेपानगर की विधायक मंजू दादू और जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाराम मार्को ने भी नृत्य में हिस्सा लिया।

शराब के सेवन पर रोक लगाने का निर्णय लिया
विधायक मंजू दादू ने इस पहल को एक नवाचार बताया, जिसमें राठिया, बारेला, भिलाला, कोरकू और गोंड समेत सभी आदिवासी समुदाय शामिल हुए। समाज के पटेल और सरपंचों ने शादी समारोह और सामाजिक कार्यक्रमों में शराब के सेवन पर रोक लगाने का निर्णय लिया। साथ ही, आधुनिक वाद्ययंत्र डीजे के उपयोग को भी प्रतिबंधित करने का फैसला किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाराम मार्को ने बताया कि यह सम्मेलन समाज की कुरीतियों को दूर करने के लिए आयोजित किया गया है। इस दौरान लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने पर भी चर्चा की गई। करीब दो महीने से चल रही तैयारियों के बाद यह महासम्मेलन आयोजित हुआ।

ये मौजूद रहे मौजूद सम्मेलन में विक्रम अछालिया जयस संस्थापक सेंधवा बड़वानी, नितेश अलावा मिशन डी-3 संस्थापक, झूमा सोलंकी भीकनगांव विधायक, लक्ष्मी सोलंकी सामाजिक कार्यकर्ता भीकनगांव, कोरकू बेल्ट में काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता दयाराम ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता बिल्लर सिंग जमरा, लालसिंग तड़ोले, जगदीश कनासे, विजय धारवे, तारा सिंग डावर, विक्की सोलंकी, दीपक सोलंकी, पूर्व मंडल अध्यक्ष धूलकोट, जयराम मेहता, पटेल टक्कल सिंह महाराज, गुमान पटेल, नहार सिंह, रतन पटेल, जवान सिंग कन्नौज, सुनील निंगवाल, मास्टर रावत, पूनम सिंह पटेल, रूम सिंग चौहान, जय सिंग लोहारे, दयाराम ठाकुर आदि मौजूद थे।
