बेगूसराय के तीन युवकों की सड़क हादसे में गुरुवार देर रात समस्तीपुर में मौत हो गई। तीनों एक ही गांव के रहने वाले थे। बाइक से बारात जा रहे थे। इस दौरान तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद पूरे गांव में गम का माहौल है। परिजन बदहवास हैं।
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किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा है, क्या से क्या हो गया। शादी की खुशियां एक क्षण में मातम में बदल गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव लाया गया। शव देखते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में बूढ़ी गंडक नदी किनारे अंतिम संस्कार किया गया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल।
सेहरा बंधने से पहले उठी अर्थी
मृतकों की पहचान अनोज कुमार (30), शेर बहादुर उर्फ पूल्लू(20) और सुजीत कुमार उर्फ दिलखुश(15) के तौर पर हुई है। सभी खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के फफौत गांव के रहने वाले थे। अनोज दिल्ली में पारा मेडिकल की पढ़ाई करता था। इस साल नवंबर में शादी होनी थी।
शेर बहादुर का भी रिश्ता पक्का हो चुका था। तारीख तय नहीं हुई थी। देवोत्थान एकादशी के बाद तारीख तय होता। घर में शादी की तैयारियां अभी से ही शुरू हो चुकी थी, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। जिस घर में शादी का सेहरा बंधने की तैयारी थी, वहां से दोनों की अर्थी उठी।
खुशी-खुशी बारात जाने के लिए निकले थे
परिजनों ने बताया, ‘सुजीत के फुफेरे भाई गोलू की शादी थी। तीनों युवक खुशी-खुशी घर से बारात जाने के लिए निकले थे। उस समय किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि ये अब लौटकर नहीं आएंगे। मुखिया प्रतिनिधि अनिल कुमार को सबसे पहले हादसे की सूचना मिली। जिसके बाद समस्तीपुर के रोसड़ा थाना पहुंचे।’

समस्तीपुर सदर अस्पताल में हुआ पोस्टमार्टम।
परिवार के सदस्यों के बीच मचा कोहराम
अनोज के पिता नहीं है। घर में मां इंदु देवी, भाई राज कुमार राय, भाभी पूजा देवी, बहन कविता कुमारी और बबिता कुमारी हैं। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है।
शेर बहादुर पांच भाई-बहन में सबसे छोटा था। मां प्रेमा देवी, पिता बुधन महतो, भाई बिरजू, राहुल, राजीव और बहन मंजू के आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
वहीं, दिलखुश कुमार दो भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा था। परिवार में मां ममता देवी, पिता महेश्वर दास, दादा बलदेव दास, भाई मनखुश और बहन शिवानी हैं।