शनिवार की रात को एक्सीडेंट में घायल महिला की हमीदिया हॉस्पिटल में मौत हो गई।
भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल में शनिवार रात एक्सीडेंट में घायल महिला की मौत के बाद उसके परिजन ने जमकर हंगामा किया। महिला के पति का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से उसकी जान चली गई। बेहोश पत्नी को मृत समझकर मॉर्चुरी के फ्रीजर में रख दिया गया।
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पति ने दावा किया कि, वह खुद पैरामेडिकल स्टाफ से है। मॉर्चुरी में फ्रीजर में रखी पत्नी को चेक किया तो बॉडी गर्म थी। उसकी नब्ज चल रही थी। हंगामा करने पर डॉक्टरों ने चेक किया, तब तक देर हो चुकी थी। पत्नी की मौत हो गई।
इस मामले में थाना कोहेफिजा में शिकायत की गई है। पुलिस ने आवेदन लेकर जांच का भरोसा दिया है।
मायके से लौटते समय हुआ था हादसा मृतक का नाम रामकुंवर अहिरवार (38) पति तुलाराम अहिरवार है। वह रत्न कॉलोनी करोंद की रहने वाली थी। उसके पति तुलाराम ने बताया कि मकर संक्रांति पर पत्नी बैरसिया स्थित मायके नहीं जा सकी थी। लिहाजा शुक्रवार को वह एक्टिवा पर सवार होकर बेटा लखन (14) और बेटी खुशबू (12) के साथ बैरसिया गई।
पति ने बताया कि पत्नी एक दिन, एक रात वहीं रुकी। शनिवार की शाम को घर लौट रही थीं। तभी नेपानिया गांव में उसकी एक्टिवा स्लिप हो गई। हादसे में घायल बच्चों और पत्नी को एम्बुलेंस से हमीदिया अस्पताल लाया गया। पति ने बताया कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि पत्नी का एक्सीडेंट किसी वाहन की टक्कर से हुआ या वह खुद स्लिप हुई।
घटना के बाद माैके पर पुलिस बल तैनात किया गया।
बेहोश पत्नी को डॉक्टरों ने मृत समझ लिया महिला के पति तुलाराम अहिरवार ने बताया कि हमीदिया हॉस्पिटल में बेहोश पत्नी को डॉक्टरों ने मृत समझ लिया। जबकि उसके शरीर पर किसी तरह की गंभीर चोट नहीं थी। उसे तत्काल मॉर्चुरी में रखवा दिया गया। हादसे की सूचना के बाद मैं हमीदिया पहुंचा, पत्नी के संबंध में पूछा तो किसी ने जवाब नहीं दिया।
बच्चों को भी तब तक इलाज नहीं दिया गया था। बाद में किसी ने बताया कि, पत्नी की मौत हो चुकी है, उसके शव को मॉर्चुरी में रखा है। मैं अंदर गया और फ्रीजर खोलकर पत्नी को चेक किया। तब पत्नी को फ्रीजर में रखे काफी देर चुकी थी। इसके बाद भी शव गरम था, उसकी धड़कन चल रही थी।
मैं खुद एम्स में पैरामेडिकल स्टाफ में हूं। मुझे यकीन था कि पत्नी जिंदा है, शोर मचाता रहा। तब आधे से पौन घंटे के बाद डॉक्टर दोबारा चेक करने आए और पत्नी को मृत घोषित कर दिया। समय अधिक हो चुका था, आखिर वह कितनी और देर जिंदा रहती। हमीदिया हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के कारण मेरी पत्नी की जान गई है।

पति तुलाराम अहिरवार के साथ रामकुंवर अहिरवार।
इमरजेंसी वार्ड के बाहर परिजनों का हंगामा मामले की जानकारी मिलते ही मृतका के परिजन इमरजेंसी वार्ड के बाहर जमा हो गए। डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। लोग चक्काजाम करने की धमकी दे रहे थे। तभी मौके पर पुलिस पहुंची और भीड़ को समझाइश दी।
टीआई बोले- शिकायत की जांच कराएंगे टीआई विजेंद्र मर्सकोले ने बताया कि, परिजनों ने जिंदा महिला को फ्रीजर में रखने और इसके बाद मौत होने के आरोप लगाए हैं। इसका एक शिकायती आवेदन भी उनकी ओर से दिया गया है। आवेदन की जांच कराएंगे। हमीदिया प्रबंधन इस मामले में आधिकारिक बयान नहीं दे रहा है।