सहरसा-पूर्णिया रेल मार्ग पर बैजनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास रेल प्रशासन ने दो रेलवे ढाला (97C और 98C) को बंद कर दिया है। इस कार्रवाई का स्थानीय लोगों ने विरोध किया। है। स्थानीय आक्रोशित है। इन्होंने जेसीबी में आग लगा दी है।
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जिला प्रशासन ने मामले को संभालते हुए जेसीबी से दोनों तरफ के मुख्य रास्ता को काट दिया। साथ ही बुलडोजर से रेलवे की गुमटी को ध्वस्त कर दिया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने जेसीबी को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान रेलवे अधिकारी और जिला प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद रही।
सौरबाजार अंचलाधिकारी धीरज कुमार ने बताया कि बैजनाथपुर स्टेशन से पूर्व में स्थित दोनों रेलवे ढाला के नीचे अंडरपास का निर्माण किया गया है। स्थानीय लोगों का विरोध सुलझा लिया गया है।
मुख्य रास्ता को जेसीबी से काटा गया। इसके बाद ग्रामीणों ने जेसीबी में आग लगा दी।
मरीजों और आम नागरिकों को होगी परेशानी
स्थानीय निवासियों की चिंता है कि बारिश के मौसम में अंडरपास में पानी भर जाएगा। इससे स्कूली बच्चों, मरीजों और आम नागरिकों को परेशानी होगी। स्थानीय सरपंच श्रवण पोद्दार के अनुसार, जलभराव से वाहनों का आवाजाही और पैदल चलना मुश्किल हो जाएगा।

रेलवे गुमटी को बंद किया गया है।
जयचंद्र यादव, मुन्ना यादव, विनोद यादव, अभिषेक पासवान और अशोक मानव सहित कई प्रमुख लोगों ने रेलवे प्रशासन से दो विकल्प मांगे हैं। या तो ढाला को फिर से चालू किया जाए या अंडरपास में उचित जल निकासी की व्यवस्था की जाए। ग्रामीणों ने मांगें न माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।