इस फेस्टिवल की खास बात यह है कि इसमें केवल राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त और प्रेरणादायक फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
बोकारो के एमजीएम स्कूल ने छात्रों के लिए एक अनोखी पहल की है। परीक्षा के तनावपूर्ण माहौल में राहत देने के लिए स्कूल ने ‘सिनेमैटिका 2.0’ नाम से 10 दिवसीय फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया है। इस फेस्टिवल की खास बात यह है कि इसमें केवल राष्ट्रीय पुरस्कार प्र
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सिनेमैटिका 2.0 में विभिन्न स्कूलों से लगभग 200 स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया।
फूड स्टॉल्स की भी व्यवस्था की गई
फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में शहर के विभिन्न स्कूलों से लगभग 200 स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में फिल्म प्रदर्शन के साथ-साथ फूड स्टॉल्स की भी व्यवस्था की गई थी। इन स्टॉल्स को संभालने की जिम्मेदारी वाणिज्य संकाय के छात्रों को दी गई, जिससे उन्हें व्यावहारिक अनुभव मिल सके। महत्वपूर्ण बात यह है कि इन स्टॉल्स से प्राप्त समस्त धनराशि को परोपकारी कार्यों में दान किया जाएगा।

स्टूडेंट्स ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए।
विद्यार्थियों का मानसिक और भावनात्मक विकास भी महत्वपूर्ण: सदफ नूरी
फिल्म फेस्टिवल की इंचार्ज सदफ नूरी के अनुसार, यह आयोजन छात्रों को न केवल मनोरंजन प्रदान करता है, बल्कि उनमें सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना भी जगाता है। एमजीएम स्कूल का यह प्रयास साबित करता है कि शैक्षणिक विकास के साथ-साथ विद्यार्थियों का मानसिक और भावनात्मक विकास भी उतना ही महत्वपूर्ण है। जनवरी से मार्च के बीच, जब परीक्षा का दबाव सबसे अधिक होता है, यह फेस्टिवल छात्रों को तनावमुक्त करने में सहायक साबित हो रहा है।