36 वर्ग किमी में फैला बड़ा तालाब इस बार ग्लोबल इनवेस्टर समिट में ब्रांड भोपाल होगा। यह बड़े उद्योगपतियों की अगवानी करने के लिए तैयार है। इस दौरान समिट में आने वाले विदेशी मेहमान निवेश और नीति पर बात करने के साथ ही भोपाल की खूबसूरती को भी करीब से देख
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इसी बात को ध्यान में रखते हुए उद्योग विभाग ने तालाब के किनारे ही ज्यादातर व्यवस्थाएं की हैं। यहां वे जीवंत कला, मट्टी कला को भी देख सकेंगे। यहां मृगनयनी का सेल स्टूडियो, फूड हैंगर और समिट हॉल सब तालाब के बेहद करीब बनाए गए हैं।
विभाग की योजना निवेशकों को बोट क्लब, वन विहार, इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय और आदिवासी संग्रहालय दिखाने की है।
प्रकृति और संस्कृति दोनों से जोड़ेंगे
- प्रकृति के बीच से कार्यक्रम स्थल तक ले जाने के लिए मेन गेट से ही निवेशकों की एंट्री बनाई गई है।
- स्थानीय कला से रूबरू कराने यहीं मृगनयनी प्रदर्शनी में हस्तशिल्प और वस्त्रों की प्रदर्शनी लगेगी।
- सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने के लिए सजीव लाइव ट्राइबल पेंटिंग्स और संगीत प्रस्तुतियां होंगी।
एयरपोर्ट पर नॉन शेड्यूल्ड फ्लाइट्स की जगह कम पड़ी तो…
इंदौर में उतरेंगे चार्टर्ड, हेलिकॉप्टर से भोपाल आएंगे मेहमान
जीआईएस के लिए राजा भोज एयरपोर्ट पर पांच नॉन-शेड्यूल चार्टर्ड फ्लाइट्स की पार्किंग की अनुमति मांगी गई है। नॉन-शेड्यूल फ्लाइट्स के लिए पांच अराइवल और चार डिपार्चर चेक-इन काउंटर उपलब्ध कराए गए हैं। यदि एयरपोर्ट की पार्किंग क्षमता कम पड़ती है, तो अतिरिक्त फ्लाइट्स को इंदौर एयरपोर्ट पर उतारा जाएगा। वहां जहां से डेलिगेट्स को हेलिकॉप्टर के जरिये भोपाल पहुंचाया जाएगा।