सिरसा की रिसालिया खेड़ा माइनर में आया पानी।
सिरसा जिले की नहरों में पानी पहुंच गया है। इस बार नहरों में भाखड़ा का पानी भी पर्याप्त आया है, जिस कारण आपूर्ति हो सकेगी। जिले के कालांवाली, डबवाली, रानियां और सिरसा शहर
.
एरिया की सभी नहरों में पानी पहुंच गया है। बाकी एरिया में भी शनिवार शाम या रविवार तक आएगा।
नहरी विभाग की भी गांव एवं शहरों में जलघर भरवाने की प्राथमिकता रहेगी। इसके बाद जल्द ही शहर की कॉलोनी और सेक्टरों में सप्लाई छोड़ी जाएगी।
इससे अब पेयजल संकट दूर होगा। आमजन को भी राहत मिलेगी। कारण है कि पिछले एक माह से सिरसा में पेयजल का संकट बना हुआ था। इस कारण लोगों को पीने के पानी के लिए टैंकर
मंगवाने को मजबूर होना पड़ा। टैंकर के लिए 700 से 800 रुपए चुकाने पड़े थे। उनको आर्थिक तौर पर नुकसान हुआ। अब यह बचत हो सकेगी।
इसके अलावा नहरी पानी न आने से खेत सूखे पड़े थे और सिंचाई न होने से कपास फसल की बुवाई लगातार देरी हो गई। इसके चलते कपास फसल की बुवाई पर असर पड़ेगा और रकबा घट
सकता है।
सिरसा जिले के गांव रूपावास में जलघर के टैंक में जमी गंदगी।
जलघरों की नहीं हुई सफाई खास बात है कि बीतें एक माह के दौरान भी गांवों में कई जलघरों की सफाई नहीं हो पाई है। इस कारण जलघरों के टैंक का बुरा हाल है और गंदगी जमी पड़ी है। जब नहरी पानी आने से जलघरों को भर दिया जाएगा। इसके बाद लोगों को पीने के साथ गंदगी भी पीनी पड़ेगी।

सिरसा के रत्ताखेड़ा माइनर में सफाई के दौरान निकाली जा रही गंदगी।
नाथुसरी व ऐलनाबाद में नहीं पहुंचा पानी जिले के नाथुसरी और ऐलनाबाद के कुछ एरिया में अभी भी पेयजल संकट दूर नहीं हुआ है। कारण है कि यहां नहरी पानी नहीं पहुंचा है। इन एरिया में फतेहाबाद ब्रांच से पानी आता है, जो शनिवार शाम या रविवार तक आएगा। इसके बाद ही घरों में सप्लाई आएगी।

सिरसा की रिसालिया खेड़ा माइनर में आया पानी।
2800 क्यूसेक मिला पानी
इस बार पंजाब की ओर से भाखड़ा से पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ा गया है। इसके चलते खेतों में सिंचाई और पेयजल आपूर्ति हो सकेगी। भाखड़ा से करीब 2800 क्यूसेक पानी मिलता है, जो इस बार मिल गया है।

एसडीओ धर्मपाल पंवार।
ओटू फीडर में छोड़ा पर्याप्त पानी नहरी विभाग बणी सब डिविजन एवं पंजुआना सब डिविजन के एसडीओ धर्मपाल पंवार ने बताया कि इस बार भाखड़ा का पानी पर्याप्त है। मामड़, सहदेवा, रोड़ी ब्रांच, गुढा, रंगा व बणी डिस्ट्रीब्यूटरी में पानी छोड़ दिया गया है। साथ ही राजस्थान बॉर्डर तक पानी देने के लिए ओटू फीडर में पर्याप्त पानी छोड़ दिया गया है।