भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के पहलवानों पर किए कमेंट को लेकर भाजपा हाईकमान सख्त हो गई है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें फोन कर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के खिलाफ बयान देने से बचने की सलाह दी है।
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हाल ही में बृजभूषण ने पिछले साल दिल्ली में हुए महिला खिलाड़ियों के प्रदर्शन को राजनीति से प्रेरित बताया है। बृजभूषण ने जुलाना सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार विनेश फोगाट के खिलाफ हरियाणा में आकर प्रचार करने का भी ऐलान किया था।
बृजभूषण का यह बयान तब आया जब विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने बीते शुक्रवार को कांग्रेस जॉइन की थी। इसके बाद बजरंग पूनिया ने उन्हें जवाब दिया था, “हिम्मत है तो वह हरियाणा आकर दिखाएं। यहां की जनता अपने हिसाब से उनका स्वागत कर देगी”।
विनेश और बजरंग के खिलाफ दिए गए बयानों के कारण प्रदेश स्तरीय नेताओं के साथ केंद्रीय नेता भी बृजभूषण का विरोध कर रहे थे। हरियाणा में भी बृजभूषण के बयानों का खूब विरोध हो रहा है। इसके बाद भाजपा नेतृत्व ने बृजभूषण को फटकार लगाई है।
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।
जेपी नड्डा ने फोन पर की बृजभूषण से बातचीत मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आज जेपी नड्डा ने बृजभूषण शरण सिंह से फोन पर बात की। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि मीडिया से बातचीत करने से बचें। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की बयानबाजी का असर हरियाणा विधानसभा चुनाव पर पड़ सकता है।
इससे पहले भी बृजभूषण ने विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक को लेकर बयान दिए थे। तब भी हाईकमान ने उन्हें बयानबाजी करने से रोका था।
पांडवों ने द्रौपदी को दांव पर लगाया था- बृजभूषण हाल ही में BJP नेता बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया था कि 2023 में खिलाड़ियों द्वारा जंतर-मंतर पर हुआ विरोध प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित था। उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा पर हमला बोलते हुए कहा कि हुड्डा परिवार ने महिलाओं के सम्मान को दांव पर लगाकर जुआ खेला। उसके लिए कांग्रेस को माफ नहीं किया जाएगा।
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “महाभारत के दौरान पांडवों ने द्रौपदी को दांव पर लगाया था और हार गए थे। देश ने आज तक पांडवों को इसके लिए माफ नहीं किया है। इसी तरह हुड्डा परिवार ने हमारी बहन-बेटियों के सम्मान को दांव पर लगाकर जो जुआ खेला है, उसके लिए उन्हें माफ नहीं किया जाएगा”।
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बृजभूषण ने बयानबाजी की थी।
विरोध महिलाओं की गरिमा के लिए नहीं था बयानबाजी करते हुए बृजभूषण ने कहा कि वह महिलाओं का प्रदर्शन नहीं था। शुरुआत में जरूर लगा कि ये खिलाड़ियों का आंदोलन था, लेकिन खिलाड़ी धीरे-धीरे कर लौट गए। यह सिर्फ एक परिवार, जीजा-साली और अखाड़े का आंदोलन था। इसके सर्वेसर्वा भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे।
बृजभूषण ने आगे कहा, “गतिविधियों के क्रम से पता चलता है कि जंतर-मंतर पर हुआ विरोध प्रदर्शन वास्तव में दीपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में किया गया था। विरोध महिलाओं की गरिमा के लिए नहीं था। शुरुआत में लगा था, लेकिन बाद में दीपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में पहलवानों के एक समूह के साथ एक परिवार रह गया”। उन्होंने कहा कि जब सच्चाई सामने आएगी तो वह जवाब नहीं दे पाएंगे।