गया के डुमरिया इलाके में प्रेम प्रसंग के मामले में एक युवक की हत्या का मामला सामने आया है। युवक की लाश रविवार को मिली थी। पुलिस ने FIR दर्ज करने के 48 घंटे के अंदर वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को पुलिस ने इसकी ज
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मृतक की पहचान सिंघपुर के रहने वाले 28 साल के सोनू ठाकुर के रूप में की गई है। हत्या का खुलासा करते हुए आज इमामगंज के SDPO अमित कुमार ने बताया कि मृतक सोनू ठाकुर का उसके फुफेरे भाई की पत्नी से अवैध संबंध था, जो हत्या का कारण बना। अमित कुमार के मुताबिक, सोनू ठाकुर की हत्या की स्क्रिप्ट करीब 12 महीने पहले ही लिखी जा चुकी थी।
मृतक के परिजन ने 7 लोगों के खिलाफ नामजद FIR कराई थी
एडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि हत्या के दिन मृतक के परिजन और कुछ गांव वालों ने 7 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज करा दिया था। सोनू ठाकुर के परिजन ने वारदात वाले दिन कहा था कि गांव में सोनू नाम के दो युवक हैं। दूसरे सोनू का दूसरे गांव की एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसने अपनी प्रेमिका को अपने घर बुलाया था, जिसकी जानकारी के बाद लड़की के परिजन दूसरे सोनू के घर पहुंचे और अपनी बेटी को लेकर चले गए।
इसी घटना के बाद सोनू ठाकुर की हत्या कर दी गई। मृतक के परिजन ने आरोप लगाया कि दूसरे सोनू के चक्कर में हमारे बेटे की हत्या कर दी गई। इसके बाद मृतक के परिजन ने दूसरे सोनू, उसकी प्रेमिका, लड़की के मां-बाप के अलावा गांव के कुछ अन्य के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
पुलिस हिरासत में तीनों आरोपी।
जांच में पता चला- हत्या में दूसरे सोनू और अन्य का कोई हाथ नहीं
SDPO ने बताया कि जब जांच शुरू की गई तो पता चला कि जिनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है, वे सभी निर्दोष हैं। हत्या तो किसी और ने की है। जांच में पता चला कि मारा गया सोनू ठाकुर का बहेरा में रहने वाले उसके फुफेरे भाई अजय ठाकुर की पत्नी से अवैध संबंध था। दोनों के बीच अवैध संबंध तब बना, जब सोनू ठाकुर बहेरा गांव आना-जाना करता था। लेकिन पिछले एक साल से वो चेन्नई के होटल में काम रहा था।
SDPO ने बताया कि सोनू ठाकुर और अपनी पत्नी के बीच अवैध संबंध की जानकारी किसी तरह अजय ठाकुर को हुई। अजय ठाकुर ओडिशा में काम करता था। अजय के साथ सिंहपुर गांव का ही रहने वाला युवक छोटू ठाकुर उसके साथ काम करता था।
करीब एक साल पहले अवैध संबंध की जानकारी के बाद अजय ठाकुर ने अपनी पत्नी और सोनू ठाकुर को समझाया था, लेकिन दोनों में से किसी ने उसकी बात नहीं मानी। इस बात से दुखी होकर अजय ठाकुर ने छोटू ठाकुर को अपनी कहानी बताई और सोनू ठाकुर की हत्या करने के लिए उसे राजी किया।

चूंकि सोनू ठाकुर चेन्नई में रह रहा था। इस वजह से अजय और छोटू उसकी हत्या नहीं कर पा रहे थे। फिर दोनों ने मिलकर प्लान बनाया कि सोनू ठाकुर जब सिंहपुर गांव जाएगा, तभी उसकी हत्या कर देंगे। 19 अप्रैल को जब सोनू ठाकुर अपने गांव सिंहपुर आया, तब अजय और छोटू ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के लिए सोनू के दोस्त यानी तीसरे आरोपी को धोखे में रखा
SDPO ने बताया कि अजय और छोटू ने सोनू के गांव पहुंचने की सूचना पर तय किया कि उसे गांव से बाहर बुलाना होगा और इसके लिए उसके खास दोस्त की जरूरत होगी। फिर अजय और छोटू ने सोनू के खास दोस्त मिथिलेश से संपर्क किया। उसे हत्या की बात नहीं बताई और कहा कि तुम सोनू को खाने-पीने के लिए गांव के बधार में बुला लेना। जब मिथिलेश ने सोनू को रविवार की शाम को बधार में बुलाया तो पहले छोटू और अजय ने मिलकर सोनू की पिटाई की, फिर चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी।