भारतमाला प्रोजेक्ट में भूमि अधिग्रहण में सामने आ रही गड़बड़ी को लेकर एक ओर जहां बवाल मचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कांकेर में प्रोजेक्ट के ठेकेदार के कर्मचारियों व वाहन चालकों में विवाद शुरू हो गया है। आपसी विवाद इस हद तक बढ़ गया कि दोनों पक्ष एक-दूसरे को
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बताया जा रहा है कि विवाद की शुरुआत वाहन चालकों को समय पर वेतन नहीं देने से हुई। प्रोजेक्ट में काम कर रही अमर कंस्ट्रक्शन कंपनी के वाहन चालकों को पिछले कुछ महीने से वेतन नहीं मिला। चालक अपना खर्चा निकालने रोजाना 6 से 8 लीटर डीजल चोरी कर बेचने लगे। जानकारी कंपनी के विश्रामपुरी इलाके के मैनेजर को हुई तो 28 अप्रैल को एक चालक को पकड़कर बासनवाही के पास विश्रामपुरी इलाके के हातमा कैंप ले गए। कंपनी मैनेजर व एक अन्य कर्मचारी ने चालक को कैबिन में बंद कर दिया। फिर चालक की बेल्ट व लोहे के पाइप से पिटाई की।
चालक माफी मांगता रहा, लेकिन दोनों बेरहमी से उसकी पिटाई करते रहे। उससे उगलवाते रहे कि रोज कितना डीजल बेचता है? मारपीट में चालक घायल हो गया। पिटाई के बाद वीडियो प्रोजेक्ट के कर्मचारियों व चालकों के ग्रुप में दहशत फैलाने पोस्ट कर दिया गया ताकि दूसरे चालकों में भय हो। मैनेजर की इस हरकत का उल्टा रिएक्शन हो गया। 29 अप्रैल को चालक एकजुट हुए और उसी कैंप में पहुंचे, जहां चालक से मारपीट की गई थी। सभी चालकों ने मारपीट करने वाले कर्मचारी को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। उसके कपड़े फाड़ दिए गए। वह जान बचा यहां वहां भागने लगा।
बचाने आया मैनेजर भी मांगने लगा पानी कर्मचारी से हो रही मारपीट को देखते मैनेजर उसे बचाने आया, लेकिन साथी चालक की पिटाई से गुस्साए चालकों ने मैनेजर की भी पिटाई शुरू कर दी। बदला लेने उसे भी उसी तरह बेल्ट से पीटा। चालकों की भीड़ ने उसकी लात घूंसों से पिटाई कर दी। पिटाई से मैनेजर पानी-पानी कह कर चिल्लाने लगा।
किराए के गुंडे बुला रास्ते में चालकों की पिटाई मामला यहीं नहीं थमा। चालकों से बदला लेने मैनेजर ने आसपास से किराए के गुंडे बुलाए और मारपीट करने वाले चालकों की खोजबीन शुरू कराई। प्रोजेक्ट में चल रहे वाहन जहां मिले उसे रोककर चालक की पिटाई की गई। मारपीट की इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल रहा।
भारतमाला प्रोजेक्ट में हुई मौतों पर भी उठे सवाल भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत दुधावा व विश्रामपुरी इलाके में वाहन चालक, हेल्पर सहित 4 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। कुछ मामले संदिग्ध भी हैं। एक चालक की मौत कैंप में वाहनों के वॉश एरिया में व एक कर्मचारी की रात में वाहन में दबने से हुई थी। वायरल वीडियो के बाद अब जांच की जरूरत है।
घायल चालक लापता, ग्रामीणों ने पहचानने से किया इंकार
वीडियो वायरल होने व घटना कांकेर जिला अंतर्गत होने के अंदेशा से दुधावा पुलिस ने बासनवाही से कंपनी के कर्मचारियों व कुछ ग्रामीणों को बुलाया। मारपीट करने वाले व घायल कर्मचारी नहीं आए। वीडियो में जो चालक दिख रहा है, वह भी लापता है। उसे कर्मचारियों ने पहचानने से इंकार कर दिया। मारपीट करने वाले कंपनी मैनेजर की पहचान अमित मिश्रा व उसके सहयोगी कर्मचारी पिंटू जेना के रूप में की गई । घटना क्षेत्र कोंडागांव जिला होने के कारण कांकेर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।