भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए बिहार सरकार ने सुरक्षा तैयारियों की जांच के लिए 7 मई, बुधवार को छह जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का फैसला लिया है। इस अभ्यास में किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, पटना और बेगूसराय शामिल हैं।
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किशनगंज में बुधवार को 50 जगहों पर अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। ड्रिल के दौरान सुबह में प्रैक्टिस करवाई जाएगी। शाम 7:00 बजे से 7:10 बजे तक बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से बंद रहेगी। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इस अवधि में वे मोमबत्ती, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैश लाइट का भी इस्तेमाल न करें।
6:58 बजे बजेगा अलर्ट सायरन
ड्रिल की शुरुआत 6:58 बजे एक विशेष सायरन के साथ होगी, जो लोगों को सतर्क करेगा। इसके ठीक दो मिनट बाद ब्लैकआउट लागू कर दिया जाएगा। 2 मिनट में लोगों को तैयार हो जाना होगा।
वाहनों की आवाजाही पर भी रोक
ड्रिल के दौरान सड़कों पर चल रहे वाहनों को भी रोक दिया जाएगा, ताकि किसी भी दुर्घटना की संभावना न रहे। हालांकि, एम्बुलेंस और अन्य आपात सेवाओं को इससे छूट दी गई है।
प्रशासन की अपील: सहयोग करें, सतर्क रहें
जिला पदाधिकारी विशाल राज और पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि यह अभ्यास नागरिकों को आपात स्थिति के लिए तैयार करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास से न केवल जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि संकट के समय त्वरित और सामूहिक प्रतिक्रिया देने की क्षमता भी विकसित होगी।
प्रशासन ने किशनगंज के नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि इस मॉक ड्रिल को सफल बनाने के लिए हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है।
7 मई को 244 जगह मॉक ड्रिल का आदेश
पाकिस्तान से तनाव के बीच केंद्र सरकार ने कई राज्यों से 7 मई को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है। इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह इसलिए किया जा रहा है ताकि युद्ध की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को मॉक ड्रिल वाले जिलों की लिस्ट जारी की। इनमें राज्यवार संवेदनशीलता के आधार पर जिलों को बांटा गया है। देश के 25 राज्यों के कुल 244 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट को कैटेगरी-1 से 3 के बीच रखा गया है।
दरअसल, मिनस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स ने देश के कुल 35 राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में 259 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट बनाए हैं।

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े फैसले
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट मीटिंग (CCS) में 5 बड़े फैसले लिए गए। इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजित डोभाल समेत कई अफसर मौजूद थे।
बिहार पुलिस ने जारी किया है हाई अलर्ट
पहलगाम अटैक के बाद पाकिस्तान से चल रहे तनाव के बीच बिहार पुलिस ने सभी जिलों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। ADG (लॉ एंड ऑर्डर) ने नेपाल से सटे अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर विशेष निगरानी रखने और चेकिंग बढ़ाने का निर्देश दिए हैं।
ISI की गतिविधियों को देखते हुए बिहार में सतर्कता बढ़ाई गई है। आशंका है कि आतंकवादी संगठन किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
इन हालातों को देखते हुए सभी जिलों में भीड़-भाड़ वाले स्थानों, धार्मिक स्थलों, औद्योगिक इकाइयों और रेलवे परिसरों की सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए गए हैं।
सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर हमले से जुड़े वीडियो और फोटो पर पैनी नजर रखने को कहा है। जरूरत पड़ने पर DM BNS की धारा के तहत सोशल मीडिया पर बैन के लिए इंटरनेट सेवा काे बंद भी कर सकते हैं।
इसके अलावा, विधानसभा, विधान परिषद, पटना हाई कोर्ट, सचिवालयों और सभी प्रमुख सरकारी संस्थानों की सुरक्षा भी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
सभी जिलों में मॉल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, ऑटो स्टैंड, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल, अस्पताल, धार्मिक स्थल और अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस गश्त और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

राजनीतिक-धार्मिक शख्स को निशाना बनाया जा सकता है
सभी जिलों के एसएसपी/ एसपी भेजे गए अलर्ट में कहा गया है कि आतंकी संगठन देश की आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के लिए राजनीतिक और धार्मिक व्यक्तियों को निशाना बना सकते हैं। पटना में सभी बड़े होटलों की निगरानी और सुरक्षा बढ़ाई जाए।
रेलवे ब्रिज, रोड ब्रिज से लेकर पटना और जिलाें के सभी इंफ्रा स्ट्रक्चर पर निगरानी रखने का निर्देश जारी किया है। रेल-एयरपोर्ट पर सामान की सघन जांच करने काे कहा है। बस स्टैंड पर भी खास नजर रखने को कहा गया है।
पुलिस मुख्यालय ने वीवीआईपी, वीआईपी मूवमेंट के दाैरान विशेष सुरक्षा बरतने की बात कही है।