नई दिल्ली, 21 मई 2025:एशिया के कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में तेजी के बीच भारत में भी एक बार फिर संक्रमण की हल्की आहट देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में 257 सक्रिय कोविड-19 केस सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामले केरल (69), महाराष्ट्र (44) और तमिलनाडु (34) से हैं। राहत की बात ये है कि सभी मामले माइल्ड हैं और किसी को अस्पताल में भर्ती नहीं करना पड़ा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC), ICMR, डिजास्टर मैनेजमेंट सेल और केंद्रीय अस्पतालों के विशेषज्ञों के साथ हाई-लेवल समीक्षा बैठक की। बैठक में हालात नियंत्रण में बताए गए लेकिन एशिया के अन्य देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए अलर्ट रहने की सलाह दी गई है।
IDSP और ICMR की कड़ी निगरानी
मंत्रालय ने जानकारी दी कि इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) और ICMR द्वारा कोविड सहित अन्य श्वसन संक्रमणों पर लगातार नजर रखी जा रही है। ILI (इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण) और SARI (गंभीर श्वसन संक्रमण) की मॉनिटरिंग भी तेज कर दी गई है। इसके अलावा दवाओं, बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता की भी नियमित समीक्षा हो रही है।
JN.1 वेरिएंट और वैक्सीनेशन
डॉक्टर मोहसिन वली (सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली) के अनुसार, सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग में जो JN.1 सबवेरिएंट्स (LF.7 और NB.1.8) सामने आ रहे हैं, वे भारत में पहले मिले वेरिएंट्स से बहुत अलग नहीं हैं। इनके लक्षण भी पुराने संक्रमण जैसे ही हैं — सूखी खांसी, बुखार, सिरदर्द और स्वाद-गंध का जाना। अच्छी खबर यह है कि पुरानी वैक्सीन और GEMCOVAC-19 जैसी नई ओमिक्रॉन-संवेदनशील वैक्सीन इनके खिलाफ प्रभावी पाई गई हैं।
हाई-रिस्क ग्रुप्स के लिए बूस्टर जरूरी
बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को बूस्टर डोज लेने की सलाह दी गई है ताकि संभावित खतरे से पहले ही बचाव किया जा सके।
एशिया में क्यों बढ़े केस?
सिंगापुर में 27 अप्रैल से 3 मई के बीच 14,200 मामले सामने आए हैं और हॉस्पिटल में भर्ती होने वालों की संख्या भी 30% बढ़ी है। हॉन्गकॉन्ग में पॉजिटिविटी रेट दोगुनी हो गई है। वहीं, थाईलैंड और चीन में भी त्योहारों और भीड़भाड़ के चलते मामलों में उछाल आया है।विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीनेशन से मिली इम्यूनिटी में कमी और बड़े आयोजनों के कारण संक्रमण में तेजी आई है, न कि किसी नए खतरनाक वेरिएंट की वजह से।
स्वास्थ्य मंत्रालय की अपील:फिलहाल भारत में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन मंत्रालय ने जनता से मास्क पहनने, सावधानी बरतने और लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराने की अपील की है।