अखंड आंदोलन के दौरान संत दूधिया बाबा ने धुनी रमाई। संतों ने रामनाम संकीर्तन किया।
भिंड-ग्वालियर नेशनल हाईवे-719 को सिक्स लेन बनाने और गौ अभ्यारण्य की स्थापना की मांग को लेकर संत समाज का आंदोलन चौथे दिन भी जारी रहा। रविवार को इस आंदोलन ने नया रूप ले लिया, जब रामकिशनदास दूधिया महाराज तपती दोपहर में जलते हुए कंडों के बीच बैठ गए और कर
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प्रदर्शन स्थल पर संत समाज के अन्य सदस्य “राम नाम संकीर्तन” में लीन रहे, वहीं बाबा समाज के हित के लिए भजन करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करते नजर आए। यह दृश्य देखते ही देखते चर्चा का विषय बन गया और लोगों की भीड़ जुट गई।
हाईवे पर हो रही दुर्घटनाओं और जनहानि को लेकर संत समाज लंबे समय से नाराज है। उनका कहना है कि इस हाईवे पर आए दिन हादसे हो रहे हैं, जहां न केवल आम लोग, बल्कि गौमाता भी अकाल मृत्यु का शिकार हो रही हैं। इसी के विरोध में यह शांतिपूर्ण मगर प्रभावशाली आंदोलन किया जा रहा है।
संतों के प्रदर्शन को देखने के लिए भीड़ जुट गई।
बोले- समाज और गौमाता की भलाई के लिए जरूरी प्रदर्शन के दौरान यातायात भी प्रभावित हुआ, जिस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कुछ देर बाद व्यवस्थाएं संभालीं। इस दौरान पुलिस और कुछ समाजसेवियों के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई।
रामसियादास दूधिया महाराज ने साफ किया कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा- “हम अपने लिए कुछ नहीं मांग रहे हैं, यह समाज और गौमाता की भलाई के लिए तप कर रहे हैं।” आंदोलन स्थल पर बड़ी संख्या में संत समाज के सदस्य और स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता जुटे। आंदोलन को लगातार जनसमर्थन मिल रहा है।