आखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आरा सांसद सुदामा प्रसाद का पुतला दहन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सुदामा प्रसाद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुतला दहन के कार्यक्रम के दौरान ABVP के कार्यकर्ताओं ने हाथों में पार्टी के झंडा के साथ सांसद के पुतला को लेक
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समीप त्रिभुआनी मोड़ के पास किया गया सांसद सुदामा प्रसाद का पुतला दहन।
आरा के इतिहास के साथ छेड़छाड़ का अधिकार किसी को नहीं
ABVP के प्रदेश मंत्री छोटू सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा देश के साथ खड़ा रहता है। आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने आरा स्टेशन का नाम कॉमरेड रामनरेश राम के नाम से करने की बात कही है। ये सरासर गलत है, क्योंकि जिसपर प्रकार से आरा का इतिहास मां आरण्य देवी, बाबू वीर कुंवर, महान गणितज्ञ डॉक्टर वशिष्ठ नारायण सिंह से है। आरा का बहुत पुराना इतिहास है, उस इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का अधिकार किसी सांसद, कॉमरेड को आरा की जनता नहीं देती है।
नक्सली खाते हैं भारत का और गुणगान चीन का करते हैं। आरा के इतिहास के साथ छेड़ना मतलब,आरा के लोगों को छेड़ना। आरा स्टेशन के नाम को बदलने का मतलब, आरा के संस्कृति विरासत के साथ खिलवाड़ करने की बात है। यह विद्यार्थी परिषद कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी। आरा के सभी युवा साथी अगर सुदामा प्रसाद अपनी मांगों को वापस नहीं लेते है तो आने वाले समय में आरा बंदी भी करने का काम करेंगे और सुदामा प्रसाद को ईंट से ईंट बजाने का काम करेंगे।

सांसद ने सदन में की थी मांग।
सांसद का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है
चंदन तिवारी ने कहा कि आज आरा नगर इकाई के द्वारा आरा के सांसद सुदामा प्रसाद का पुतला दहन किया गया है। सांसद का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है। आरा के इतिहास के साथ खिलवाड़ कर रहे है। उन्होंने संसद भवन में लिखकर दिया है कि आरा रेलवे स्टेशन का नाम चेंज कर दें। उनको पता होना चाहिए कि आरा का अपना एक इतिहास है। राजा मयूर ध्वज अपने पुत्र को भक्ती की परीक्षा देने के लिए आरा से काटा था तब यहां का नाम आरा पड़ा था । इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चेतावनी देती है कि सुदामा प्रसाद आप सुधर जाइए,अगर इस तरह की मांग को आप सदन में रखते है तो ABVP आपके साथ लड़ने के लिए तैयार है।