मंडी में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के चुराग विकास खंड में स्थित सवा माहू गांव की महिलाओं ने एक अनूठी पहल की है। दानवीर कर्ण श्री मूल माहूंनाग मंदिर के पास हिम इरा शॉप की स्थापना की गई है। यह दो साल में ही महिलाओं की आत्मनिर्भरता का केंद्र बन गई है।
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इस शॉप में 20 प्रकार के स्थानीय उत्पादों की बिक्री होती है। इनमें बांस की टोकरियां, ऊनी जैकेट, देसी घी, हल्दी, राजमा और मोटे अनाज के बीज शामिल हैं। साथ ही हस्तनिर्मित सजावटी वस्तुएं और आचार-मसाले भी बेचे जाते हैं। शॉप का मासिक कारोबार 25-30 हजार रुपए तक पहुंच गया है। समूह की कुल आमदनी अब दो लाख रुपए हो गई है।
हिम इरा शॉप पर बांस की टोकरी पसंद करती महिलाएं
ऑनलाइन बिक्री की तैयारी
हिम इरा समूह अब ऑनलाइन मार्केटप्लेस में प्रवेश की तैयारी कर रहा है। महिलाओं को डिजिटल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पैकेजिंग और ब्रांडिंग का प्रशिक्षण भी चल रहा है। इससे उनके उत्पाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंच सकेंगे।
पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और बंगाल से आने वाले श्रद्धालु यहां के उत्पादों को पसंद करते हैं। विशेषकर ऊनी जैकेट और हस्तनिर्मित वस्तुएं ज्यादा बिकती हैं। स्वयं सहायता समूह की सदस्य पवना ठाकुर के अनुसार, पहले वे घर की दहलीज से बाहर नहीं निकलती थीं। आज वे खुद अपने उत्पाद बेच रही हैं और आत्मनिर्भर बन रही हैं।

जानकारी देती समूह पदाधिकारी
ई कॉमर्स पोर्टल स्टोर खोलने पर विचार : त्वारकू देवी
गंगा स्वयं सहायता समूह की प्रधान त्वारकू देवी का कहना है कि शुरुआत में सफलता की उम्मीद नहीं थी। अब वे हिम इरा को एक राष्ट्रीय ब्रांड बनाना चाहती हैं। इसके लिए ई-कॉमर्स पोर्टल पर स्टोर खोलने और सोशल मीडिया पर प्रचार की योजना है।