मंदसौर जिले में जमीन रजिस्ट्री और अपहरण मामले में बुधवार को तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को कुछ लोगों ने उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया। शिकायतकर्ताओं ने मामले की निष्पक्ष
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जानकारी के मुताबिक, मुल्तानपुरा निवासी मुख्तियार ने बीते दिनों एसपी अभिषेक आनंद को जनसुनवाई में शिकायत सौंपी थी। मुख्तियार का आरोप है कि उसे जान से मारने की धमकी देकर जबरन गाड़ी में बिठाया गया और रजिस्ट्री कार्यालय ले जाकर एक सवा बीघा जमीन की रजिस्ट्री करवाई गई। यह जमीन मुल्तानपुरा रोड पर स्थित बताई गई है।
शिकायत के आधार पर एसपी ने तत्काल जांच के निर्देश दिए। वायडी नगर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए परवेज, मुजफ्फर और मोईन को गिरफ्तार किया।
शिकायतकर्ताओं ने मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा से निष्पक्ष जांच की मांग की।
पुलिस पर जल्दबाजी में केस दर्ज करने का आरोप
गुरुवार रात आरोपियों के परिजन और समर्थक उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा से मिले और ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिना जांच के जल्दबाजी में केस दर्ज किया, जबकि 25 मार्च 2025 को जो रजिस्ट्री हुई थी, वह नियमित प्रक्रिया के तहत जिला पंजीयन कार्यालय में संपन्न की गई थी। मोईन ने उसमें केवल गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए थे। भुगतान नगद और चेक के माध्यम से किया गया।
ज्ञापन में यह भी दावा किया गया कि जमीन विक्रेता ने पारिवारिक दबाव में आकर दो महीने बाद झूठा मुकदमा दर्ज कराया है।
उपमुख्यमंत्री ने एसपी से मिलने की सलाह दी उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि वे इस मामले में पुलिस अधीक्षक से जानकारी लेंगे और यदि जरूरत हुई तो वरिष्ठ अधिकारियों से जांच करवाई जाएगी। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे सीधे एसपी अभिषेक आनंद से मिलकर अपनी बात रखें।
