मुरादाबाद में एक डॉक्टर ने तेज रफ्तार मर्सिडीज गाड़ी से मजदूर को कुचल दिया।
मुरादाबाद में नेशनल हाईवे पर थाने के ठीक सामने मजदूर को मर्सिडीज से कुचलने वाले डॉक्टर को पुलिस ने चंद मिनटों में थाने से छोड़ दिया। हादसे के बाद मौके पर जुटी भीड़ ने डॉक्टर को पकड़कर मय गाड़ी के पुलिस के हवाले किया था। पुलिस डॉक्टर को थाने ले तो जरूर गई
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इस मामले में मुरादाबाद के पाकबड़ा थाने के एसएचओ विनोद कुमार सिंह का तर्क है कि नोटिस देकर छोड़ना विवेचक के अधिकार क्षेत्र में है। हालांकि, एक्सीडेंट के बाकी कितने मामलों में आरोपियों को नोटिस पर थाने से इस तरह छोड़ दिया जाता है ? इस सवाल पर एसएचओ चुप्पी साधे हैं। दरअसल आंकड़े बताते हैं कि एक्सीडेंट जैसे इस तरह के मामलों में पुलिस उन्हीं स्पेशल केस में आरोपियों को थानों से छोड़ती रही है जिनमें आरोपी रसूखदार हों। थाने के ठीक सामने डॉक्टर की मर्सिडीज ने एक मजदूर को कुचलकर मार दिया लेकिन पुलिस ने इस मामले में मौके से पकड़े गए डॉक्टर का मेडिकल तक कराना जरूरी नहीं समझा। जिससे ये पता चल पाता कि हादसे के वक्त डॉक्टर ने कहीं एल्कोहल का सेवन तो नहीं किया था। डॉक्टर का मेडिकल नहीं कराए जाने के सवाल पर भी पाकबड़ा एसएचओ ने चुप्पी साध रखी है।
पहले इस दर्दनाक हादसे की 2 तस्वीरें देखिए
हादसा इतना भयंकर था कि मजदूर की मौके पर ही मौत हाे गई।
पुलिस का कहना है कि ये मर्सिडीज गाड़ी मुरादाबाद की ग्रीन ऑर्चिड सोसाइटी में रहने वाले डॉ.अभिजीत सिन्हा की है। इसी गाड़ी ने हाईवे पर मजदूर को कुचला।
NHAI की ओर से डिवाइडर की दीवार पर पेंट कर रहे थे मजदूर
हादसा रविवार को दोपहर करीब 3 बजे हुआ। एनएचएआई की ओर से मजदूरों की एक टोली लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर पाकबड़ा थाने के ठीक सामने पुल पर बने डिवाइडर पर पेंट का काम कर रही थी। अमरोहा जिले के गजरौला का रहने वाला दयाचंद्र (50 साल) नाम का मजदूर हाथ में झंडी लेकर वाहन चालकों को दिखा रहा था। ताकि वाहन चालकों को ये संकेत दे सके कि पुल पर काम चल रहा है। जिससे काम कर रहे उसके साथी सुरक्षित रह सकें। तभी मुरादाबाद की दिशा से आई एक तेज रफ्तार मर्सिडीज कार ने झंडी पकड़े खड़े दयाचंद्र को कुचल दिया। हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए दयाचंद्र ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
पब्लिक ने पकड़कर सौंपा, पुलिस ने थाने से छोड़ दिया हादसे के बाद साथी मजदूरों ने मौके पर जुटी पब्लिक की मदद से मर्सिडीज लेकर मौके से भागने की कोशिश कर रहे व्यक्ति को पकड़ लिया। भीड़ ने मर्सिडीज और उसे चलाने वाले को मौके पर आई पाकबड़ा पुलिस के हवाले कर दिया। पाकबड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह के अनुसार मर्सिडीज को ग्रीन ऑर्चिड निवासी डॉ. अभिजीत सिन्हा चला रहे थे। एसएचओ ने कार को सीज करने और डॉक्टर को गिरफ्तार करने का दावा किया। लेकिन बाद में पता चला कि चंद मिनट बाद ही डॉक्टर को थाने से घर भेज दिया गया।
देर रात तक झूठ बोलते रहे पाकबड़ा एसएचओ
डॉक्टर को थाने से छोड़े जाने की घटना पर पुलिस देर रात तक पर्दा डाले रही। पाकबड़ा एसएचओ देर रात तक कहते रहे कि डॉक्टर पुलिस की हिरासत में हैं। लेकिन देर रात उन्होंने पूरा मामला विवेचक के ऊपर डाल दिया। एसएचओ ने देर रात कहा कि विवेचक ने डॉक्टर को नोटिस रिसीव कराकर भेज दिया है। एसएचओ ने तर्क दिया कि एक्सीडेंट में मौत के मामले में सजा 7 साल से कम है। इसलिए डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता था।