Tuesday, April 29, 2025
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मजीठिया का दावा- MP अमृतपाल के गैंगस्टर से लिंक:3 ऑडियो क्लिप जारी किए, बोले- जयपाल से रही सांठगांठ; लूट के पैसों में हिस्सेदारी




पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर 3 ऑडियो रिकार्डिंग्स जारी किए। इसमें उन्होंने खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह पर गंभीर आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का दावा किया है। मजीठिया ने दावा किया कि इन ऑडियो में खुद अमृतपाल सिंह एक अज्ञात व्यक्ति से बातचीत के दौरान लूट, जबरन वसूली, गैंगस्टर जयपाल भुल्लर से संबंध और हथियारों के लेनदेन जैसे मामलों में अपनी भूमिका स्वीकार करता सुनाई दे रहा है। मजीठिया ने केंद्र सरकार और जांच एजेंसियों से इस पूरे रैकेट की NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से जांच करवाने की मांग की है। मजीठिया ने कहा है कि जब खुद सांसद अमृतपाल सिंह ऐसे गुनाहों को स्वीकार कर रहा है, तो अब देर नहीं होनी चाहिए। हालांकि अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा जारी की गई ऑडियो की दैनिक भास्कर पुष्टि नहीं करता है। पहली ऑडियो के लूट के पैसों में साझेदारी का दावा 1: जयपाल ने 40 लाख रुपए लूटे, जिसमें से 10 लाख मेरा ऑडियो में कथित अमृतपाल सिंह किसी अज्ञात से बात कर रहा है। कह रहा है- ‘अगर मैं यहां से निकला तो मैंने किसी से 15-20 हजार डॉलर मंगवाएं हैं। ये भी इंतजाम हो जाना है, एक महीने में। अगर मैं ना निकला तो भी वो पैसे मैंने यूज कर लेने हैं। वो हैं मेरे ही हैं। वो जयपाल ने लूट की थी, उसमें मेरा हिस्सा था। वो थे 40 लाख रुपए, जिसमें से 10 लाख मेरा है। उस 10 लाख रुपए, जिसके पास थे, जयपाल के एनकाउंटर होने तक मैंने वे नहीं मांगे। जयपाल का एनकाउंटर होने के बाद उसके बंदों को मैंने संभाला, उन बंदों पर पैसे लगे, जो मेरे पास आकर रहे। अब जिसके पास पैसे पड़े थे, उसी का फोन आया कि पैसों का करना क्या है। 2. जिस लिए ये काम, वो कौम का मसला कथित अमृतपाल सिंह आगे कहता है- ‘मैं नहीं चाहता था कि वे पैसे मैं निजी तौर पर प्रयोग करूं। जिस लिए ये काम किया, वो कौम का मसला था। वो बंदे को मैंने कहा था कि वे पैसे भेज दे। वे पैसे मैंने तब यूज करने थे, जब मुझे यहां से निकलना था। ये भी मेरा निजी मसला है कि मेरा वीजा रिन्यू नहीं हो रहा। इसलिए भी नहीं हो रहा क्योंकि इंडियन गवर्नमेंट का शोर मसला बन गया है अपने साथ। तब मैंने सोचा कि तब पैसे मंगवाऊंगा, जब मुझे यहां जरूरत पड़ गई। वो कह रहा था कि वे अभी पैसे ट्रांसफर नहीं कर सकता। 3. मैं अमेरिका बात करता हूं कि डॉलर भेज दें कथित अमृतपाल सिंह आगे कहता है कि हालात ऐसे हैं कि ट्रैकिंग हो रही है। पैसे पड़े हैं, कुछ गोल्ड है। इसलिए थोड़ा समय लग जाएगा, क्योंकि अभी किसी ने हमसे सोना भी नहीं पकड़ना। क्योंकि ताजा ताजा जयपाल का एनकाउंटर हुआ है। इसलिए उसने कहा कि मैं अमेरिका बात करता हूं, कि वे डॉलर भेज दें। व्यक्ति जबान वाले हैं, अगर मुकरने वाले होते तो कहते ही नहीं। मैं उन्हें बोलता हूं 10 हजार उन्हें कह दो कि दे दूं, तीन हजार दे दूंगा। तीन हजार, पैसों का इंतजाम हो जाएगा, पर थोड़ा टाइम लगना है। क्योंकि जयपाल वाले पैसों का इंतजाम हो जाना है। मजीठिया का दावा : ऑडियो में साफ है कि 10 हजार व तीन हजार की जो बात हो रही है, वे कोड वर्ड में हो रही है। एक फोन भी पड़ा है, 1 लाख का। सही कहूं तो मैंने लाख का फोन भेजा है ना। मैंने वे पैसे इसीलिए रखे थे। दूसरी ऑडियो में हथियारों की खेप और पुलिस के साठगांठ पर चर्चा 1. यहां से हथियारों की खेप निकालनी थी
कथित अमृतपाल सिंह अज्ञात व्यक्ति ने आगे कहता है – ‘मैंने सोचा था, वे मैं तुम्हे दू दूं। जो पैसे मैंने कह दिए हैं, मेरे पर्सनल हैं। चाहे मैंने डाका मारा है, वे भी मेरे पर्सनल है। मैंने ही मारा है ना डाका, मैंने किसी को नहीं कहा कि मैं ये पैसे कहा लगाउंगा। अगर जय भुल्लर का एनकाउंटर ना होता, मैंने कहा था ना कि पैसे दूंगा। उस दिन क्या चक्कर पड़ा था कि इन्होंने यहां से हथियारों की खेप निकालनी थी। बोलते थे कि वे नशे की है, नशे की नहीं थी, हथियारों की थी। वे असलहा उन्होंने फगवाड़े रखना था। दरअसल, जो पुलिस वाले इनके साथ मिलकर काम करते थे, वे पैसे अधिक मांगते थे। जो हथियार इन्होंने कहे थे, वे नहीं मंगवाए, लेकिन बड़े हथियार मंगवा लिए। पुलिस वाले चालाक होते हैं। उन्हें पता था कि बड़ी प्लानिंग कर रहे हैं, उनकी कोशिश थी कि अधिक पैसे वसूल लें। 2. चोरी के मामले में जयपाल से तेज पूरे पंजाब में कोई नहीं
कथित अमृतपाल सिंह आगे कहता है- ‘चोरी के मामले में जयपाल से तेज पूरे पंजाब में कोई नहीं है। जयपाल की एक प्राब्लम थी कि उसे कोई फोन नहीं कर सकता था। वे किसी को फोन कर ले तो कर ले। तभी 7-8 साल ये बचा रहा। 14-15 तरीख की बात है, मुझे पता चला था कि कलकत्ता निकल गया है। उसका वो अड्डा कुछ को पता था और पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। मैंने संपर्क करने की कोशिश की। जयपाल ने दूध लगवाया था। दूध में कुछ डाल कर ही इन्हें सोए हुए उठा लिया। तभी उन्हें उठा लिया। जयपाल भुल्लर का 20-22 करोड़ है, उसका किसी को नहीं पता। दो ठिकानों का पता है, लेकिन हम टच नहीं कर रहे। मेरा संपर्क भी शेरे व बग्गे ने करवाया था। इन्हें कहा था कि निकल जा, लेकिन ये, जयपाल, इजी ले गया। 3. जिसके पास पैसा, वो पंचर लगाता है
अब मसला है कि खेल पैसों की कैसे करनी है। 2-2.50 करोड़ तो कर ही लेंगे। लेकिन मसला है कि तुम्हे जो प्रामिस किया है, मुझे पता है कि मेरे पास पड़े हैं। अब सिचुएशन ये है कि जिसके पास पैसा है, वे निकाल नहीं सकता। जिसके पास पैसा है, वे ऐसे दिखाता है कि वे पंचर लगाता है, तभी बचा भी हुआ है। अगर उसने पैसे दिखा दिए और सोना बेचने चला गया तो आसान नहीं होगा। सुनार अपना हो तो ही रिस्क लेता है। पुलिस को गहने पिघला सोना बनाने का पता चल जाए तो पुश्तें रोल देती है। सोना बेचना सबसे मुश्किल है। खबरी होते हैं, अगर सोना इतना अधिक बिक जाए तो पुलिस को पता चल जाता है। अब मैंने सोना मंगवाना है थोड़ा थोड़ा करके। तीसरी ऑडियो में 4.50 लाख की ग्लॉक पिस्तौल पर चर्चा 1. गांव में लिया था पिस्तौल, किसी काम की नहीं
कथित अमृतपाल सिंह अज्ञात व्यक्ति ने आगे कहता है – ‘उसके पास 2 से 4 चीजें ऐसी हैं, जो बिक सकती हैं। जिसमें एक ग्लॉक पिस्तौल है, जिसकी मार्केट वैल्यू करीब 4.50 लाख रुपए है। इसके बाद गाली दी गई और कहा गया कि ये कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे हम बाजार जाकर बेच सकें। गांव में लिया था और रखवाया था। मैंने लिया ये किसी काम से ही था, मगर इस्तेमाल नहीं हुआ और ना ही 5 से 7 साल तक इसका कोई इस्तेमाल होगा’। 2. पैसों का इंतजाम हो जाएगा
आगे कहा – ‘ऐसे तो इसको कहीं दे नहीं सकते। ऐसी चीजों को बेचना ही सबसे बड़ी दिक्कत की बात है। पैसों का इंतजाम हो जाएगा, मगर पक्का नहीं है कि कब तक होगा। मैं तुम्हें कह रहा हूं कि मुझे तीन हजार रुपए तुम्हें अलग से देना है, वो मैं जरूर दूंगा। दो दिन माह में ही दे दूंगा’। 3 पॉइंट्स में जानिए बिक्रम मजीठिया ने क्या दावा किया… 1. अमृतपाल ट्रामाडोल गोलियां ले रहा
बिक्रम मजीठिया ने दावा किया है कि अमृतपाल सिंह डिब्रूगढ़ की जेल में ट्रामाडोल (दर्द निवारक) की गोलियां ले रहा है। अमृतपाल सिंह का साथी दलजीत कलसी, जो डिब्रूगढ़ की जेल से पंजाब आया है, ने बताया है कि वहां उसके पास मोबाइल भी है। वहीं, अमृतपाल के साथी भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके का भी कहना है कि अमृतपाल सिंह ट्रामाडोल की गोलियों का सेवन कर रहा है। मजीठिया का आरोप है कि अमृतपाल सिंह सिर्फ माहौल खराब करने के लिए पंजाब आया था। 2. 2019 के चुनाव में कांग्रेस की मदद की थी
मजीठिया ने दावा किया है कि 2019 में जब ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट जसवंत सिंह खालड़ा की पत्नी बीबी परमजीत कौर खालड़ा ने चुनाव लड़ा था, तो अमृतपाल सिंह का परिवार उनके खिलाफ था। अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह, जो डिब्रूगढ़ जेल से बाहर आए हैं, ने कांग्रेस की मदद की थी। 3. सरकार को चुप नहीं रहना चाहिए अब
बिक्रम मजीठिया ने इन ऑडियो क्लिप्स के सार्वजनिक होने के बाद NIA से तत्काल जांच और कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऑडियो इस बात का संकेत करते है कि वह खुद को लूट का हिस्सा मानता है और उसकी योजना उन पैसों को निजी और सामुदायिक कारणों में उपयोग करने की थी। ऐसे में अब सरकार को चुप नहीं रहना चाहिए, उन्हें इसकी संपूर्ण जांच करनी चाहिए।



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