मुंबई15 मिनट पहले
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जहाज बनाने वाली सरकारी कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के शेयर में आज (4 अप्रैल को) 6% से ज्यादा की गिरावट है। ये अभी 180 रुपए गिरकर 2,555 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
दरअसल भारत सरकार, मझगांव डॉक में अपनी 4.83% हिस्सेदारी ऑफर फॉर सेल(OFS) के जरिए बेच रही है। ये 4 से 7 अप्रैल तक चलेगा। कंपनी में सरकार की कुल हिस्सेदारी 84.8% है।
रिटेल निवेशक 2,5254 रुपए में बोली लगा सकते हैं
इस OFS (ऑफर फॉर सेल) में सरकार अभी 2.83% शेयर (1.14 करोड़ शेयर) बेच रही है। इसके बाद सरकार अतिरिक्त 2% हिस्सेदारी भी बेच सकती है। निवेशकों के लिए इसका फ्लोर प्राइज 2,5254 रुपए है जो कल के क्लोजिंग प्राइस (2,735.45 रुपए) से 7.7% कम है।
आज, 4 अप्रैल (को सिर्फ नॉन-रेटेल निवेशक ही बोली लगा सकते हैं। इसके बाद सोमवार 7 अप्रैल (सोमवार) को रिटेल निवेशकों और कर्मचारियों के लिए खुलेगा।

1 महीने में 18.52% चढ़ा शेयर
मझगांव डॉक का शेयर पिछले 5 दिन में 3.32% गिरा है। वहीं पिछले एक महीने में शेयर ने 18.52% का रिटर्न दिया है। पिछले 6 महीने में में 25% से ज्यादा के रिटर्न दे चुका है। कंपनी का मार्केट कैपिटल 1.03 लाख रुपए है।
1774 में ड्राय डॉक बनाने से हुई थी कंपनी की शुरुआत
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड जहाज बनाने वाली लीडिंग सरकारी कंपनी है। इसका इतिहास 1774 से मिलता है, जब मझगांव में एक छोटा ड्राय डॉक बनाया गया था। धीरे-धीरे से बढ़ती गई और 1934 में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में इनकॉरपोरेट किया गया।
1960 में सरकार ने इसका टेकओवर कर लिया जिसके बाद, मझगांव डॉक तेजी से विकसित हुई और भारत की प्रमुख वॉर-शिपबिल्डिंग यार्ड बन गई। 1960 के बाद से, मझगांव डॉक ने कुल 801 जहाजों का निर्माण किया है। इसमें 27 वॉरशिप्स और 7 सबमरीन शामिल है।
कंपनी ने भारत के साथ-साथ विदेशों में विभिन्न ग्राहकों के लिए कार्गो शिप, पैसेंजर शिप, सप्लाई वेसल्स, मल्टीपर्पज सपोर्ट वेसल, वॉटर टैंकर्स की भी डिलीवरी की है। मार्च तिमाही तक 84.8% हिस्सेदारी के साथ सरकार मझगांव डॉक में सबसे बड़ी शेयरधारक बनी हुई है।