Friday, May 30, 2025
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मत्स्य पालकों को 2 करोड़ रुपए तक की सब्सिडी: नालंदा में व्यवसाय को मिलेगी नई दिशा, 35% तक अनुदान; घर बैठे करें अप्लाई – Nalanda News


बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। इसके तहत नालंदा के मत्स्य पालकों के लिए सुनहरा अवसर खुला है। जिला मत्स्य पदाधिकारी-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने सूचना जारी की है।

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स्वयं सहायता समूह (SHGs), छोटे उद्यमी, सहकारी समितियां और मत्स्य किसान संगठन को अनुदान को फायदा मिलेगा। प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना (PM-MKSSY) के तहत अनुदान ले सकते हैं।

लाभार्थी अपने निवेश का 35 प्रतिशत या अधिकतम 2 करोड़ रुपए तक का प्रदर्शन अनुदान ले सकते हैं। यह अनुदान राशि मत्स्य उत्पादन, प्रोसेसिंग और गुणवत्ता सुधार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दी रही है, जिससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि मत्स्य पालकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।

प्रोत्साहन के रूप में 100 रुपए की मिलेगी राशि

राष्ट्रीय मत्स्य विकास पोर्टल (NFDP) पर स्वयं पंजीकरण करने वाले लाभार्थियों को प्रोत्साहन के रूप में 100 रुपए की राशि दी जा रही है। यह पहल डिजिटल इंडिया मिशन के तहत मत्स्य क्षेत्र के डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

NFDP पोर्टल (nfdp.dof.gov.in) पर पंजीकरण की प्रक्रिया आसान है। इसके लिए सिर्फ तीन मुख्य दस्तावेजों की आवश्यकता है। ये आधार नंबर, आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर और बैंक खाता विवरण है। यह सुविधा मत्स्य पालकों को घर बैठे ही पंजीकरण करने की सुविधा देती है।

35% तक अनुदान की घोषणा हुई है।

योजना का फायदा पारंपरिक मछुआरों को मिलेगा। इसके साथ ही मत्स्य पालक किसान, मछली विक्रेता, सूक्ष्म और लघु स्तर पर चलने वाले मत्स्य उद्यम, मत्स्य सहकारी समितियां, और मत्स्य पालन से जुड़ी निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां भी इसका फायदा उठा सकती हैं।

NFDP के जरिए मछली पालकों और उनकी सहकारी समितियों को प्रशिक्षण, वित्तीय जानकारी और योजना निर्माण में भी मदद देती है। पोर्टल पर पंजीकरण के बाद मछुआरे अपनी डिजिटल पहचान ले सकते हैं, जो विभिन्न सरकारी योजनाओं का फायदा उठाने के लिए आवश्यक है।

प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना के अंतर्गत NFDP के माध्यम से मछुआरों, मत्स्य पालकों और सहायक श्रमिकों का स्व-पंजीकरण होता है। इसके जरिए असंगठित क्षेत्र को व्यवस्थित करने का प्रयास किया जा रहा है। यह पहल मत्स्य क्षेत्र में कार्यरत लाखों लोगों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

जिला प्रशासन ने सभी इच्छुक लाभार्थियों से अपील की है कि वे जल्द NFDP पोर्टल पर पंजीकरण कराएं और इस सुनहरे अवसर का फायदा उठाएं। मत्स्य पालक nfdp.dof.gov.in पर लॉग इन कर जानकारी ले सकते हैं।



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