प्रदेश में दो अलग-अलग विवादों में फंसे चार आईपीएस अफसरों को सरकार ने रविवार रात को फील्ड पोस्टिंग से हटा दिया है। इनमें चंबल आईजी सुशांत कुमार सक्सेना, डीआईजी कुमार सौरभ, दतिया एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा और कटनी एसपी अभिजीत रंजन शामिल हैं।
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सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने लिखा- ‘लोकसेवा में अनुशासन सर्वोपरि है, किसी भी स्तर पर अनुचित व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’
इनमें दो मामले बेहद गंभीर हैं। दतिया में शनिवार को एयरपोर्ट उद्घाटन के दौरान आईजी-एसपी में बहस हो गई। वहीं, कटनी एसपी पर तहसीलदार के परिवार से मारपीट का आरोप है। इन दोनों मामलों ने साख पर सवाल खड़े किए। इस पर सीएम ने रविवार देर रात आदेश जारी किए और 10 आईपीएस के तबादले किए।
विजय शाह के विवादित बयान की जांच करने वाली एसआईटी के मुखिया का भी तबादला
दतिया… शनिवार को दतिया एयरपोर्ट उद्घाटन के दौरान समर्थकों की भीड़ मंच तक पहुंच गई, जिससे धक्का-मुक्की हुई। केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू को सुरक्षा घेरा तोड़कर निकलना पड़ा। इसी दौरान आईजी सुशांत सक्सेना और SP वीरेंद्र मिश्रा में मंच के पास बहस हो गई। कार्यक्रम के बाद आईजी ने पुलिस मुख्यालय में शिकायत की। मंत्री ने भी कुप्रबंधन को लेकर सीएम से नाराजगी जताई।
कटनी… सीएसपी ख्याति मिश्रा और तहसीलदार श्याम बिहारी शर्मा के बीच घरेलू विवाद के बाद तहसीलदार ने आरोप लगाया कि एसपी अभिजीत रंजन ने पुलिस से उनके परिजनों से मारपीट कराई। मामला तूल पकड़ने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सीएम से शिकायत की और सोशल मीडिया पर लिखा- ‘लोकसेवा में आचरण की मर्यादा जरूरी है, तुरंत कार्रवाई की मांग की थी।
- जिन 10 आईपीएस का तबादला किया गया है, उनमें विवादित बयान देने वाले मंत्री विजय शाह के खिलाफ जांच कर रही एसआईटी के मुखिया प्रमोद वर्मा भी हैं। उन्हें सागर की जगह जबलपुर आईजी बनाया गया है।