अस्पतालों में कोल्ड रूम के बाहर बनाया गया ORS कार्नर।
प्रयागराज में पिछले कई दिनों से लगातार भीषण गर्मी पड़ी रही थी लेकिन आज गुरुवार को इस भीषण गर्मी से राहत मिली है। बढ़ती गर्मी और हीटवेव की स्थिति को देखते हुए प्रयागराज नगर निगम द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। हीटवेव से आमजन को सुरक्षित रखने के लिए
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नगर निगम अब पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से शहर के विभिन्न हिस्सों में रेडियो जिंगल्स और वीडियो मैसेज चलाकर आमजन को जागरूक करेगा।
अपर नगर आयुक्त दीपेंद्र यादव ने बताया कि हीटवेव से बचाव के लिए मलिन बस्तियों के मकानों की छतों को सफेद रंग से पेंट कराया जाएगा। ताकि यह सूरज की रोशनी को परावर्तित कर घर के अंदर का तापमान कम कर सके।
हीटवेव मैनेजमेंट के लिए 18 सदस्यीय समिति का गठन
उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गांधीनगर और प्रयागराज नगर निगम के संयुक्त प्रयास से हीटवेव एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। इस संबंध में अपर नगर आयुक्त दीपेंद्र यादव की अध्यक्षता में कार्यशाला भी आयोजित की जा चुकी है।
मौसम विभाग के अतुल कुमार मिश्रा व आकाश मिश्रा ने बताया कि, जनवरी 2024 से मई 2025 तक प्रयागराज में तापमान ने कई बार रिकॉर्ड तोड़ा है। मई 2025 में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिछले वर्ष यह 48.8 डिग्री तक पहुंचा था।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की परियोजना निदेशक डॉ. कनीज फातिमा ने कहा कि, उत्तर प्रदेश सरकार लू और गर्मी की आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह सजग है और प्रदेश के सभी जिलों में हीट एक्शन प्लान लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश-स्तरीय हीट एक्शन प्लान पहले ही बना लिया है और अब जिलों में इसे ज़मीन पर उतारा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश द्वारा उठाए गए प्रयासों की सराहना की है और सभी प्रमुख शहरों के लिए हीट एक्शन प्लान तैयार करने की सिफारिश की है।
हीट एक्शन प्लान में क्या करेंगे
- पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा लगातार ऑडियो संदेश प्रसारित किए जाएंगे, ताकि लोग लू से बचाव के उपायों को समझ सकें।
- मलिन बस्तियों में घरों की छतों पर सफेद पेंट या चूना लगाया जाएगा, जिससे अंदरूनी तापमान 3–4 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सके।
- सार्वजनिक स्थानों पर छाया और पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।
- शहर में ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी और पानी एवं ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।