सेक्टर-17 की मल्टीलेवल पार्किंग में कम ही व्हीकल पार्क हो रहे हैं। ऐसे में वहां पर व्हीकल पार्किंग करने की इनकम से एमसी द्वारा तैनात कर्मचारियों का खर्चा पूरा नहीं होता है। अब एमसी इसी पार्किंग में लगी 8 लिफ्ट की कॉम्प्रहेंसिव यानि विस्तृत मेंटेनेंस
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इसके लिए एमसी के रोड विंग ने 25 लाख 58 हजार 564 का टेंडर कॉल किया है। टेंडर की बिड 2 सितंबर को दोपहर 11 बजे तक रिसीव होगी। उसी दिन दोपहर 12 बजे टेक्निकल बिड खोली जाएगी। इसके बाद बिड में लगे कागजों की इवैल्यूएशन कमेटी द्वारा चेकिंग की जाएगी। इनमें योग्य रहने वाली कंपनी की फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इसमें लोएस्ट वन रहने वाली कंपनी को टेंडर अलॉट होगा। वही मल्टी लेवल पार्किंग की 8 लिफ्ट की प्रॉपर मेंटेनेंस करवाएगी।
नगर निगम ने मल्टी लेवल पार्किंग 48 करोड़ से बनवाई थी। इसका उद्घाटन मई 2016 में किया गया था। इसके बाद से बरसातों में इसकी छत टपकने लगी। अब तक छत की लीकेज ठीक नहीं की जा सकी है। बरसातों में पानी लीक होता रहता है। इसकी वजह से लोग अपने व्हीकल पार्क करने फर्स्ट फ्लोर पर कम ही जाते हैं। आईआईटी रूड़की के एक्सपर्ट से सर्वे करवाया था… छत लीकेज के लिए एमसी ने आईआईटी रूड़की के एक्सपर्ट से सर्वे करवाया। उनकी रिपोर्ट में भी सेंट्रल पिलर में सरिया जॉइंट नहीं पाया गया। इसको लेकर एक्सपर्ट ने पूरी छत तोड़कर दोबारा से बनाने के लिए 2.10 करोड़ और आधी तोड़कर 1.20 करोड़ रुपए के एस्टीमेट दिए थे। इन्हें निगम हाउस द्वारा पास किया गया।
लेकिन आज तक पार्किंग बनाने वाले ठेकेदार और एमसी के इंजीनियर का मामला कोर्ट में चल रहा है। ठेकेदार सेंट्रल पिलर के लिए इंजीनियर की गलती मानते हैं। उन्होंने चलते काम में ड्राइंग में बदलाव किया गया। वह तो काम करवाने वाले थे। ऐसे में पार्किंग में कम ही व्हीकल पार्क होते हैं। इसी के चलते पार्किंग की लिफ्ट चलती नहीं देखी गई। ऐसे में अब एमसी लिफ्ट की व्यापक मेंटेनेंस पर 25 लाख रुपए खर्च करने लगा है।