Sunday, December 29, 2024
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महाराष्ट्र सरकार ने देशी गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया: ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य, विधानसभा चुनाव से पहले शिंदे सरकार का फैसला


मुंबई7 मिनट पहले

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2019 में हुई 20वीं पशुगणना के अनुसार महाराष्ट्र में देशी गायों की संख्या 46,13,632 थी।

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार ने देशी गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया है। सोमवार (30 सितंबर) को कैबिनेट बैठक में सरकार ने ये फैसला लिया। महायुति सरकार ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है।

कैबिनेट की बैठक में देशी गायों के लिए 50 रुपए प्रतिदिन की सब्सिडी योजना लागू करने का फैसला लिया गया। गौशालाएं अपनी कम आय के चलते यह खर्च नहीं उठा सकती थीं, इसलिए यह फैसला लिया गया है।

गायों की सब्सिडी योजना को महाराष्ट्र गोसेवा आयोग ऑनलाइन लागू करेगा। हर जिले में एक जिला गौशाला सत्यापन समिति बनाई जाएगी।

गायों की सब्सिडी योजना को महाराष्ट्र गोसेवा आयोग ऑनलाइन लागू करेगा। हर जिले में एक जिला गौशाला सत्यापन समिति बनाई जाएगी।

सरकार ने कहा- भारतीय संस्कृति में देशी गाय के महत्व को देखते हुए फैसला लिया नोटिफिकेशन में सरकार ने कहा कि वैदिक काल से भारतीय संस्कृति में देशी गाय के महत्व, मानव आहार में देशी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति और जैविक कृषि प्रणालियों में देशी गाय के गोबर और गोमूत्र के अहम स्थान को देखते हुए देशी गाय को ‘राज्यमाता गोमाता’ घोषित करने की मंजूरी दी गई है।

महाराष्ट्र में 26 नवंबर के पहले होंगे विधानसभा चुनाव मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने शनिवार (28 सितंबर) को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इसके पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। तारीखों का ऐलान अगले महीने होने की उम्मीद है।

राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एस एस संधू दो दिन के महाराष्ट्र दौरे पर हैं। उन्होंने यहां विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर, सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस, समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की।

इसके अलावा उन्होंने शिवसेना, शिवसेना UBT, मनसे, बसपा, आप समेत 11 पार्टियों से मुलाकात की। सभी पार्टियों ने मांग की है कि दिवाली, देव दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों को ध्यान में रखकर चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाए।

CEC राजीव कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस की दो प्रमुख बातें…

  • हमने महाराष्ट्र सरकार से उन अधिकारियों का तबादला करने का अनुरोध किया है, जो अपने गृह जिले या मौजूदा पोस्टिंग में 3 साल से अधिक समय से सेवा दे रहे हैं।
  • यह वोटर्स का अधिकार है कि उन्हें पता हो किस कैंडिडेट का क्रिमिनल बैकग्राउंड है। पार्टियों को अपने कैंडिडेट के बारे में ये जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।
महाराष्ट्र सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा करते तीनों चुनाव आयुक्त।

महाराष्ट्र सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा करते तीनों चुनाव आयुक्त।

शुक्रवार को चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव से जवाब मांगा चुनाव आयोग ने शुक्रवार (27 सितंबर) को महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और DGP से आदेश का पालन न करने पर जवाब मांगा है। मामला विधानसभा चुनाव को देखते हुए अधिकारियों के ट्रांसफर से जुड़ा है।

इलेक्शन कमीशन ने आदेश दिया था कि, राज्य में उन अधिकारियों का ट्रांसफर किया जाए। जो या तो अपने होम टाउन में पोस्टेड हैं या वे अधिकारी जिन्हें एक जगह सर्विस करते हुए तीन साल से ज्यादा हो गया।

चुनाव आयोग ने 31 अगस्त तक रिपोर्ट फाइल करने का समय दिया था। ADGP ने अभी तक अधूरी रिपोर्ट दी है। वहीं चीफ सेक्रेटरी का भी पूरी रिपोर्ट फाइल करना बाकी है। मुंबई में करीब 100 से ज्यादा अधिकारियों को ट्रांसफर नहीं हुआ है।

नवंबर 2024 को बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) सरकार का कार्यकाल खत्म होगा

  • महाराष्ट्र में इस वक्त बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार है। इसका कार्यकाल नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है। अक्टूबर 2024 में चुनाव हो सकते हैं। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 2019 में चुनाव हुए थे। बीजेपी 106 विधायकों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी।
  • मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और बीजेपी गठबंधन में बात नहीं बन पाई। 56 विधायकों वाली शिवसेना ने 44 विधायकों वाली कांग्रेस और 53 विधायकों वाली NCP के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी बनाकर सरकार बनाई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।
  • मई 2022 महाराष्ट्र सरकार में नगर विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बगावत कर दी। वह बीजेपी के साथ मिल गए। 30 जून 2022 को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
  • इसके साथ ही शिवसेना पार्टी दो गुटों में बंट गई। एक धड़ा शिंदे गुट और दूसरा उद्धव गुट का बना। 17 फरवरी, 2023 को चुनाव आयोग ने आदेश दिया कि पार्टी का नाम ‘शिवसेना’ और पार्टी का चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ एकनाथ शिंदे गुट के पास रहेगा।

लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 9 सीटें मिली 2019 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 104 सीटें जीतीं थी। भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन में मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की वाली एनसीपी शामिल है। लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 48 सीटों में भाजपा सिर्फ 9 सीटें जीत सकी। गठबंधन की सहयोगी NCP ने एक सीट जीती। शिवसेना (शिंदे गुट) को 7 सीटों पर जीत मिली।

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