महेंद्रगढ़ में खड़ी गेहूं की फसल में बिजली का तार टूटने के कारण आग लग गई। जिससे किसान की आधा किला की फसल व मिनी सेट फव्वारा जलकर नष्ट हो गए। फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचने से पहले ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। किसान ने मुआवजे की मांग की।
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नांगल हरनाथ गांव के रहने वाले रामनिवास ने बताया कि उसका खेत बुचावास की ढाणी के पास है। उसने साढ़े 3 किला में गेहूं की फसल बोई हुई है। मंगलवार देर शाम उसके गेहूं की खड़ी फसल में आग लग गई।
बिजली के तार टूटने के कारण उसकी लगभग आधा किला की फसल जलकर नष्ट हो गई। वहीं उसका मिनी फव्वारा सेट जो प्लास्टिक का था वह भी जल गया। वहीं आसपास में खड़ी फसल वह पेड़ पौधों को बचा लिया गया है।
किसान की आधा किला की फसल जलकर हुई नष्ट।
सुप्रेम ने बताया कि ढाणी वाले खेतों में उसके चाचा रामनिवास के दो किला व डेढ़ किला उनका हम दोनों ने मिलकर साढे तीन किला में गेहूं की फसल बोई हुई है। हम अपने घर पर थे। हमारे खेतों के आसपास के पड़ोसी व अन्य खेतों में लावणी करने वालों ने हमें फोन पर सूचना दी कि खेत में आग लग गई।
जब तक हम मौके पर पहुंचे तब तक खेत के अंदर काफी संख्या में लोग पहुंच गए थे और आग पर पानी व ट्रैक्टर को खेत में घूमा- घूमा कर आग पर काबू पा लिया गया था। जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची तब तक आग बुझ गई थी।
बिजली कर्मचारियों को इसकी सूचना दी तब वो भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। लेकिन हमने उनसे कहा कि तब तक आपके उच्च अधिकारी हमारी समस्या का समाधान नहीं करते तब तक इस तार को नहीं जोड़ा जाएगा।

बिजली का तार टूटकर गेहूं की फसल पर गिरा और आग लगी।
फसल का मुआवजा देने की मांग
पीड़ित किसान ने बताया कि यहां पर एक खेत में काफी पोल नजदीक नजदीक लगाएं हुए हैं। ट्रांसफॉर्मर के चारों तरफ बिजली के तारों का जम्पर सा बनाया हुआ है। अगर इमरजेंसी में ट्रांसफॉर्मर से लाइन काटनी पड़े तो वह भी इन तारों के झुरमुट के कारण नहीं काटी जा सकती। बिजली पावर हाउस से ही लाइन काटने पर कार्य किया जा सकता है। तब तक कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
इसलिए इस समस्या का भी समाधान किया जाए। उसने बताया कि अगर समय पर आग पर काबू नहीं पाया जाता तो आसपास के खेतों में भी आग पहुंच जाती। हमारा जो नुकसान हुआ है उसका हमें मुआवजा दिया जाए।