बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के 69वें जन्मदिन के दिन लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यालय के बाहर लगाए गए एक पोस्टर ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। इस होर्डिंग को दलित नेता और “सामाजिक न्याय खटीक यात्रा” के प्रभारी प्रदीप सोन
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पोस्टर में क्या है खास?
पोस्टर में भगवान हनुमान की एक अनोखी तस्वीर लगाई गई है, जिसमें वह अपने कंधे पर गधा लिए हुए नजर आ रहे हैं। पोस्टर पर बड़े अक्षरों में लिखा है, “हम दलितों के साथ हनुमान जी।” यह संदेश न केवल सपा के दलित समर्थन पर सवाल उठाता है, बल्कि मायावती के जन्मदिन पर दलित समुदाय की एकजुटता को भी दिखाने की कोशिश करता है।
प्रदीप सोनकर का बयान
इस पोस्टर के पीछे के संदेश पर बात करते हुए प्रदीप सोनकर ने कहा, “यह पोस्टर दलित समुदाय की आवाज को मजबूत करने और उनके साथ खड़े रहने का प्रतीक है। भगवान हनुमान दलितों के प्रतीक हैं, जो अन्याय और शोषण के खिलाफ खड़े होते हैं।”
राजनीतिक निहितार्थ
सपा कार्यालय के ठीक बाहर लगाए गए इस पोस्टर को राजनीतिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। मायावती के जन्मदिन के अवसर पर इस प्रकार का पोस्टर लगाना यह दर्शाता है कि दलित समुदाय के नेता अपनी उपस्थिति और समर्थन का स्पष्ट संकेत दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर चर्चा
यह होर्डिंग सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है। कई लोग इसे राजनीतिक चाल बता रहे हैं, तो कुछ इसे दलित राजनीति के उभार का संकेत मान रहे हैं।
वहीं समाजवादी पार्टी ने अभी तक इस होर्डिंग पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सपा के लिए एक चुनौती हो सकती है, खासकर आगामी चुनावों के मद्देनजर, जहां दलित और पिछड़े वर्ग के वोट अहम भूमिका निभाएंगे।