मधुबनी के ऐतिहासिक कमलादित्य स्थान के पास एक निजी तालाब की खुदाई के दौरान काले पत्थर से निर्मित भगवान विष्णु की प्राचीन प्रतिमा मिली है। प्रशांत कुमार चौधरी के स्वामित्व वाले इस तालाब से प्राप्त मूर्ति को तत्काल कमलादित्य स्थान के मंदिर में सुरक्षित
.
कमलादित्य स्थान मिथिला के समृद्ध इतिहास का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह स्थान कर्णाट वंश के संस्थापक और मिथिला के प्रथम राजा नान्यदेव की ऐतिहासिक विरासत से जुड़ा है। इस क्षेत्र के तालाबों और आसपास की भूमि से समय-समय पर प्राचीन मूर्तियां मिलती रही हैं। जो इस स्थान की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को प्रमाणित करती हैं।
स्थानीय लोग विकास की कर रहें मांग
प्रतिमा की प्राप्ति की खबर फैलते ही स्थानीय लोगों में उत्साह की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए कमलादित्य स्थान पहुंच रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने इस महत्वपूर्ण खोज का संज्ञान लेते हुए इस स्थल को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विकसित करने की दिशा में विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। स्थानीय लोग इस स्थल के उचित संरक्षण और विकास की मांग कर रहे हैं। जिससे आने वाली पीढ़ियां भी अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी रह सकें।