वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर3 मिनट पहले
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एसएसपी कार्यालय के बाहर जुटे लोग।
मुजफ्फरनगर में दलित समाज के लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए एसएसपी ऑफिस पर जोरदार प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन चरथावल थाना क्षेत्र के मुथरा गांव निवासी मोहित पुत्र पवन और उनकी पत्नी समिता के साथ हुई मारपीट के बाद हुआ।
पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि गांव के ही कुछ लोगों ने उन पर जानलेवा हमला किया, लेकिन पुलिस ने इस मामले में गंभीर धाराओं के बजाए मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों का बचाव किया।
आइए जानते हैं पूरा मामला…
पीड़ित मोहित में मुताबिक, गांव के ही कुछ लोगों ने उन पर धारदार हथियार तबल से हमला किया। इस हमले में दोनों को गंभीर चोटें आईं, खासकर सिर पर गहरे जख्म हुए। पीड़ितों का कहना है कि हमलावरों का इरादा उन्हें जान से मारने का था। इसके बावजूद चरथावल थाना पुलिस ने इस मामले को हल्के में लेते हुए मामूली धाराओं में केस दर्ज किया, जिससे पीड़ित पक्ष में आक्रोश फैल गया।

पुलिस पर सांठ-गांठ का आरोप
प्रदर्शन के दौरान पीड़ित मोहित दर्जनों महिला-पुरुषों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचे और पुलिस पर आरोपियों के साथ सांठ-गांठ का गंभीर इल्जाम लगाया। उनका कहना है कि पुलिस ने जानबूझकर मामले को कमजोर करने की कोशिश की और आरोपियों को बचाने का प्रयास किया। पीड़ित पक्ष ने मांग की कि हमलावरों के खिलाफ उचित और सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए। अपनी मांगों को लेकर उन्होंने पुलिस ऑफिस के मुख्य गेट पर धरना शुरू कर दिया।
जमीन विवाद को बताया कारण
मोहित ने ये भी खुलासा किया कि इस हमले के पीछे जमीन का विवाद मुख्य वजह हो सकता है। उनके अनुसार, आरोपी पक्ष उनकी 10 बीघा जमीन पर कब्जा करना चाहता है। इसी कारण वे लंबे समय से उन्हें परेशान करते आ रहे हैं और आए दिन मारपीट व धमकियों का सिलसिला जारी रखते हैं। पीड़ित का कहना है कि यह हमला भी उसी साजिश का हिस्सा था।
प्रदर्शन और मांग
एसएसपी ऑफिस के बाहर हुए इस प्रदर्शन में दलित समाज के लोगों ने एकजुटता दिखाई और पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होगी और मामले में उचित धाराएं नहीं जोड़ी जाएंगी, वे अपना विरोध जारी रखेंगे।