Thursday, June 19, 2025
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मुरादाबाद की मस्जिदों में रमजान के पहले ज़ुमे की नमाज: मुल्क और कौम की तरक्की को उठे लाखों हाथ; नायाब इमाम बोले-ये भाईचारे और मोहब्बत का देश – Moradabad News



*मुरादाबाद* महानगर में माहे रमजान के पहले अशरे के शुक्रवार की नमाज़ पुलिस की मौजूदगी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदा की गई। महानगर की मस्जिदों में बड़ी संख्या में नमाजियों ने शुक्रवार की नमाज अदा की।

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शहर की जामा मस्जिद के अलावा मस्जिद फलाह ए दारेंन, मस्जिद नाइयों वाली चौकी हसन खां, मस्जिद एक रात वाली ईदगाह, मस्जिद तमन्ना वाली नई सड़क, मस्जिद अंगूर वाली तहसील स्कूल, लाल मस्जिद, शाही मस्जिद, मस्जिद इसहाक मियां, मस्जिद जामिया नईमियां, मस्जिद होम गार्ड वाली, मस्जिद चूड़ी वाली, मस्जिद नूरानी, मस्जिद उमर फारूक समेत तमाम मस्जिदों में नमाज हुई। महानगर की जामा मस्जिद में बड़ी संख्या में नमाज़ी पहुंचे। पूरे इलाके में स्थानीय पुलिस और पीएसी की नमाज के दौरान ड्यूटी लगाई गई।

जामा मस्जिद में नौजवानों के साथ ही बड़ी तादाद में बूढ़े और छोटे छोटे बच्चे भी नमाज अदा करने पहुंचे। जामा मस्जिद में नायब इमाम ए शहर ने नमाज के खुतबे से पहले माहे रमजान की फजीलत, इस महीने की ख़ुसूसियत, रमजान में इबादत का तरीका, जकात के मसाइल, गरीबों का ख्याल रखने, जरूरतमंद की मदद करने, आपसी भाईचारे बनाए रखने की हिदायत दी। नमाज अदा होने के बाद सैकड़ों की तादाद में नमाज अदा करने पहुंचे नौजवानों, बूढ़ों के साथ ही नन्हे मुन्हें बच्चों ने मुल्क की तरक्की, आपसी भाईचारे और इत्तेहाद की दुआ की है। जामा मस्जिद में जुमे की नमाज नायब इमाम ए शहर मुफ्ती फहद अली ने अदा कराई।

नमाज के बाद नायब इमाम ए शहर मुफ्ती फहद अली ने *दैनिक भास्कर* से खुसूसी गुफ्तगू की। उन्होंने कहा, माहे रमजान के पहले जुमें की नमाज़ जामा मस्जिद में हमेशा की तरह अदा की गई। नमाज में माहे रमजान की अहमियत और ख़ुसूसियत पर रोशनी डाली गई। उन्होंने कहा, कि पड़ोसियों के हुकूक और मसले मसाइल पर बात की गई है। माहे रमजान की फजीलत और जकात के बारे में बताया गया है। उन्होंने कहा, नमाज के बाद देश की तरक्की भाईचारे को कायम रखने और आपसी इत्तेहाद बरकरार रहने की दुआ कराई है है।

उन्होंने माहे रमजान के दौरान होली के पर्व पर कहा, ये पहली मर्तबा नहीं जब हिन्दू भाइयों का त्यौहार माहे रमजान में आ रहा है, पहले भी कई बार रमजान के दौरान होली का पर्व मनाया गया। ये देश आपसे भाईचारे और मोहब्बत का देश है, पहले भी होली और नमाज एक साथ हुई है, आगे भी ऐसा ही होगा किसी को किसी से कोई दिक्कत नहीं है।

उन्होंने कहा, ये शहर प्यार मुहब्बत का शहर है, यहां सब आपसी भाईचारे के साथ रहते हैं और अपने अपने त्योहारों को खुशी के साथ मनाते हैं।



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