इंदौर में मुस्लिम समाज 13 फरवरी को शब-ए-बारात का पवित्र त्योहार मनाएगा। इस्लामी कैलेंडर के अनुसार शाबान माह की 14वीं तारीख को मनाए जाने वाले इस त्योहार का विशेष महत्व है। शहर काजी डॉक्टर मोहम्मद इशरत अली के अनुसार, ‘शब-ए-बारात’ शब्द का अर्थ है ‘मुक्त
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इस पवित्र अवसर पर मुस्लिम समाज के लोग रात भर जागकर अल्लाह की इबादत करेंगे। मस्जिदों और कब्रिस्तानों में विशेष रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। श्रद्धालु नवाफिल नमाज अदा करेंगे और अजकारो-अफकार के माध्यम से अल्लाह की बंदगी करेंगे। रात और सुबह के समय लोग कब्रिस्तान जाकर अपने पूर्वजों और प्रियजनों की कब्रों पर फूल चढ़ाएंगे, फातिहा पढ़ेंगे और उनकी मगफिरत (मोक्ष) के लिए दुआएं करेंगे।
इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जूना रिसाला स्थित बड़ी मस्जिद में मौलवी अब्दुल वहीद साहेब का 117वां उर्स मुबारक मनाया जाएगा। सुबह 8:30 बजे कुरआन खानी का आयोजन होगा और लंगर का वितरण किया जाएगा। श्रद्धालु इस दिन रोजा भी रखेंगे। यह त्योहार मुस्लिम समाज के लिए गुनाहों से मुक्ति पाने और अल्लाह की विशेष रहमत प्राप्त करने का अवसर माना जाता है।