मेरठ में वन मंत्री ने जहां अधिकारियों को ग्रेप के नियमों का कड़ाई से पालन कराने के आदेश दिए वहीं मेरठ के गंगानगर क्षेत्र की हवा गुरुवार को देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित दर्ज की गई। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 316 पहुंच गया। हालांकि मेरठ का ओवरऑल
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देश के 241 शहरों की लिस्ट में गुरुवार को दिल्ली का AQI 306 दर्ज किया गया। मेरठ में गंगानगर क्षेत्र का AQI 316 और पल्लवपुरम क्षेत्र का AQI 300 दर्ज किया गया। इसके अलावा जयभीमनगर में 263, दिल्ली रोड पर 290 और बेगमपुल का AQI 285 दर्ज किया गया। ओवरऑल मेरठ का AQI 293 दर्ज किया गया।
NCR में 15 सितंबर से लागू है ग्रेप, फिर भी सुधार नहीं हर साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रेप सिस्टम लागू किया जाता है। इस साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर NCR में 15 सितंबर से ही इसे लागू कर दिया गया।
ग्रेप में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलावा नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, PWD, सिंचाई विभाग, NHAI, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग, RTO समेत करीब 23 विभाग काम कर रहे हैं। इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा है।
अब आपको GRAP के 4 स्टेज के बारे में डिटेल में बताते हैं…
1. एयर क्वालिटी इंडेक्स अगर 201 से 300 के बीच होगा तो उसमें GRAP के पहले चरण को लागू किया जाएगा। इसमें निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों के लिए निर्देश जारी होते हैं। सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाता है। कचरा जलाने पर प्रतिबंध रहेगा। डीजल जनरेटर का इस्तेमाल बिजली के लिए नहीं होगा।
2. एयर क्वालिटी इंडेक्स 301 से 400 के बीच होगा तो GRAP के दूसरे चरण को लागू किया जाएगा। डीजल जनरेटर पर पाबंदी रहेगी। होटल में कोयले या तंदूर का इस्तेमाल नहीं होगा। पार्किंग फीस बढ़ा दी जाएगी। इलेक्ट्रिक या CNG बसें और मेट्रो सर्विस के फेरे बढ़ाए जाएंगे।
3. एयर क्वालिटी इंडेक्स 401 से 450 के बीच होगी तो तीसरे चरण को लागू किया जाएगा। इसमें निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा। हर दिन सड़कों की सफाई होगी। पानी का छिड़काव होगा। दिल्ली-NCR में माइनिंग भी बंद हो जाएगी।
4. एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 से ज्यादा हुआ तो यह बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया जाएगा। इसमें GRAP का चौथा चरण लागू होगा। शहर में ट्रकों की एंट्री बंद हो जाएगी। सिर्फ जरूरी सामान लाने-ले जाने वाले ट्रक आ सकेंगे। इंडस्ट्री और फैक्ट्रियां बंद कर दी जाएंगी। कंस्ट्रक्शन और डिमॉलिशन एक्टिविटी पर रोक रहेगी। दफ्तरों में सिर्फ 50% कर्मचारी ही आ सकेंगे। बाकी वर्क फ्रॉम होम करेंगे।
प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए गाइडलाइन
- पानी के छिड़काव के लिए टैंकर नियमित रूप से कूडा उठाएं। स्वीपिंग रोस्टर सड़कों की धुलाई कराए।
- एमडीए, आवास विकास परिषद, यूपीसीडी निर्माणाधीन कंस्ट्रक्शन, जिसका एरिया 2000 वर्ग मीटर से अधिक है, पीटीजेड कैमरे की स्थापना करे।
- जिले की सभी सड़कें गड्ढा मुक्त की जाएं और प्राथमिकता से इसे किया जाए।
- जिले में नगर निगम, नगर निकाय, नगर पंचायत खुले में कूड़ा न डाले।
- स्वच्छ वायु ऐप, फेसबुक, X आदि के माध्यम से वायु प्रदूषण की शिकायतों का निस्तारण करें।
- गाजियाबाद में कंस्ट्रक्शन साइट पर एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं।
ये सावधानी जरूर बरतें
- प्रदूषण को कम करने के लिए सबसे पहले पॉलिथीन और टायर जैसी चीजें बिल्कुल न जलाएं।
- ऐसी जगह पर न जाएं, जहां बहुत ज्यादा धुंध है। घर से बाहर मास्क एन-95 लगाकर निकलें।
- अस्थमा और एलर्जी के मरीजों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
- सांस और दिल की बीमारी वाले लोग अपना विशेष ध्यान रखें।
- डायबिटीज और एचआईवी के मरीजों को भी खास सावधानी रखनी चाहिए।
मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस रोगी निशाने पर प्रदूषित हवा के निशाने पर मॉर्निंग वॉकर्स, बुजुर्ग, सांस और दिल के मरीज और बच्चों पर होगा। बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। बुजुर्ग, सांस और दिल के रोग भी मास्क लगाकर बाहर निकले। सुबह जल्दी और देर शाम बाहर निकलने से बचें। ब्रीदिंग व्यायाम करते रहें। धूल और धुएं वाली जगह पर जाने से बचें।
खराब हवा का बच्चों के दिमागी विकास पर बुरा असर खराब एयर क्वालिटी प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे तक को भी नुकसान पहुंचा सकती है। प्रदूषण से नाक, गले, श्वास नली, फेफड़े, स्किन और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा रहता है।
इसके अलावा ये डायबिटीज, अल्जाइमर और लगातार सिरदर्द का कारण भी बन सकता है। ज्यादा AQI में रहने से छोटे बच्चों के दिमागी विकास पर बुरा असर पड़ता है। उनकी मानसिक क्षमता कम होने लगती है।
इससे बचने के लिए मास्क पहनकर बाहर निकलने की जरूरत है। अगर जरूरत न हो तो इस समय ज्यादा देर तक घर से बाहर न रहें। खुले में रनिंग, एक्सरसाइज जैसे ज्यादा मेहनत वाले काम तो बिल्कुल न करें।
दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी मेरठ में गुरुवार को दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। सरदार पटेल कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही ने बताया कि मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 34.8°C और न्यूनतम तापमान 19.8°C दर्ज किया गया। मौसम शुष्क बना होने के कारण तापमान में गिरावट नहीं हो रही है।