वधीक डिप्टी कमिश्नर (ज) विराज श्याम करण तिड़के जानकारी देते हुए।
मोहाली जिला प्रशासन ने रेत, बजरी और क्रशरों की गैर-कानूनी माइनिंग पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। वधीक डिप्टी कमिश्नर (ज) विराज श्याम करण तिड़के के निर्देश पर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की 7 टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें जनवरी से अप्रैल तक रो
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टीमों का कार्यक्षेत्र और निर्देश
- खरड़ सब-डिवीजन: 3 टीमें
- डेराबस्सी सब-डिवीजन: 3 टीमें
- मोहाली: 1 टीम
प्रत्येक टीम को निर्देश दिया गया है कि गैर-कानूनी माइनिंग से जुड़े मामलों में एफआईआर दर्ज करते समय गाड़ी नंबर और मालिक का नाम स्पष्ट रूप से लिखा जाए। इसके अलावा, आरटीओ के साथ तालमेल कर टिपर, जेसीबी, पोकलेन, ट्रैक्टर-ट्रॉली का डाटा इकट्ठा किया जाए।
टीमों में शामिल अधिकारी खरड़ की टीमों में हितेश कौशल, बलविंदर सिंह, जसविंदर सिंह, मनोज सैनी, गुरजोध सिंह, सिमरनजीत सिंह और अन्य अधिकारी शामिल हैं। डेराबस्सी में राजिंदर कुमार, कर्मजीत सिंह, बलवीर सिंह, अमरजीत सिंह, अशोक कुमार सहित अन्य अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। मोहाली टीम में अभय कुमार, अमृत पाल सिंह, बलविंदर सिंह, गुरदीप सिंह आदि को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इन टीमों को माइनिंग एरिया में हर गतिविधि पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। किसी भी गैर-कानूनी गतिविधि की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने यह कदम माइनिंग के कारण हो रहे पर्यावरणीय नुकसान और सरकारी राजस्व की नुकसान को रोकने के लिए उठाया है।