मॉनसून सीजन चल रहा है। दिन में उमस ज्यादा और रात में मौसम ठंडा होने की वजह से इन दिनों हॉस्पिटल्स में वायरल के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। जीएमएसएच-16 के एक मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि ओपीडी में ज्यादातर मरीज गले में दर्द, बुखार और बदन में तेज दर्द के आ रहे
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ओपीडी में आम दिनों की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा वायरल मरीज के आ रहे हैं। चैतन्या हॉस्पिल के एमडी डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि बच्चों को ज्यादा दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि अगर 80 बच्चे ओपीडी में आ रहे हैं तो उनमें 40 से 45 बच्चे वायरल डिजीज की दिक्कत के साथ आ रहे हैं। बचने के लिए ये तरीके अपनाएं डॉक्टर्स ने बताया कि हमेशा खांसते और छींकते समय मुंह को टिशू से ढकें या अपनी कोहनी के अंदरूनी हिस्से का उपयोग करें। जितनी जल्दी हो सके टिशू को बंद कूड़ेदान में डालें। फिर अपने हाथों को साबुन और गर्म पानी से धोएं, या हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
बच्चों में लूज मोशन, उल्टी और तेज बुखार की शिकायत… ज्यादा बच्चों को पेट में इंफेक्शन का वायरल हो रहा है। इसके चलते उनमें लूज मोशन, उल्टी और तेज बुखार की शिकायत ज्यादा आ रही है। अच्छी बात यह है कि अभी तक चंडीगढ़ में डेंगू का कोई मरीज रिपोर्ट नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि अगर घर में किसी को बुखार की या गले में इंफेक्शन की शिकायत है तो वह घर के अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर रखे। तेज बुखार होने पर पानी ज्यादा पिएं। बच्चों को ओआरएस का घोल देते रहें। इससे उनके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी। बच्चों को फीवर में लगने वाली वैक्सीनेशन जरूर लगवाएं। गर्भवती महिलाएं और बुजुर्ग अपना खास ख्याल रखें। भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।