लुधियाना के ओसवाल ग्रुप के अरबपति कारोबारी पंकज ओसवाल की बेटी वसुंधरा 1 अक्तूबर से युगांडा में अवैध हिरासत में थी। परिवार लगातार उसकी खोज के लिए भारत और युगांडा सरकार से तालमेल बैठाने में लगा था। दरअसल वसुंधरा युगांडा की जेल में बंद हैं। जिस पर करोड़
.
सरकारी सिफारिश और राजनीतिक पहुंच से वसुंधरा का पता लगा
बता दें कि कारोबारी पंकज ओसवाल, स्व. अभय ओसवाल के बेटे हैं। पंकज का नाम भारत ही नहीं बल्कि देश विदेश में भी है। वह अपनी बेटी को लेकर पिछले 18 दिन से काफी टैंशन में थे।वह लगातार अपनी सरकारी सिफारिश और राजनीतिक पहुंच से अपनी बेटी का पता लगाने में जुटे थे। पंकज की पीएमओ आफिस तक भी पहुंच मानी जा रही है। यहीं नहीं हरियाणा के नामी कारोबारी नवीन जिंदल से भी वसुंधरा का रिश्ता है। नवीन जिदंल की पत्नी शालू जिंदल रिश्ते में वसुंधरा की सगी बुआ है। जिसके बाद लगातार पूरा परिवार व सभी रिश्तेदार वसुंधरा का पता लगाने अपने-अपने राजनीतिक सोर्स व अन्य हथकंडे अपनाने में लगे थे।
कारोबारी पंकज ओसवाल अपनी बेटी वसुंधरा के साथ
युगांडा रह रहे भारतीयों ने वहां से पीएम से लगाई गुहार
बताया जा रहा है भारत के गृह मंत्रालय की तरफ से युगांडा सरकार से संपर्क साधा गया है ताकि वह वसुंधरा का पता लगा सके। बाकायदा युगांडा में पहले से ही रह रहे अन्य भारतीयों को मीडिया रिपोर्ट्स से जब वसुंधरा के संदिग्ध परिसिथतियों में लापता होने या गैर कानूनी ढंग से हिरासत में रखे जाने का मामला पता चला तो उनके द्वारा वहां के पीएम मूसबेनी से संपर्क साधा गया और वसुंधरा के बारें जानकारी मुहैया करवाने की अपील की गई, जिसके बाद युगांडा सरकार की तरफ से युगांडा में रह रहे भारतीयों और भारत सरकार को वसुंधरा के जेल में होने की बात कही गई।

वसुंधरा ओसवाल
हेराफेरी के आरोपों तहत हुई थी गिरफ्तारी
अरबपति कारोबारी पंकज ओसवाल की बेटी वसुंधरा युगांडा के कपाला शहर की नाकासोंगोला जेल मे बंद 3 अक्तूबर से बंद है। तंजानिया सरकार की तरफ से वसुंधरा पर यह कार्रवाई की गई थी। युगांडा सरकार की तरफ से भारत सरकार को ये भी स्पष्टीकरण दिया गया कि वसुंधरा पर सरकार या वहां की पुलिस की तरफ से किसी तरह का टार्चर नहीं किया गया, ना ही उसे गैर कानूनी ढंग से रखा गया है, बल्कि उससे पहले हुई पूछताछ के बाद ही केस दर्ज कर जेल में बंद किया गया है जोकि कानून के तहत सारी कार्रवाई हुई है।

युगांडा में अवैध हिरासत में बैठी वसुंधरा, जिसकी फोटो उनके पिता पंकज ओसवाल ने शेयर की है।
युगांडा सरकार ने अब कानूनी सहायता देने का दिया भरोसा
भारत सरकार और युगांडा के भारतीयों की तरफ से वसुंधरा के लिए की गई अपील के बाद युगांडा सरकार ने अब वसुंधरा को जल्द कानूनी सहायता देने का भरोसा दिया है। बताया जा रहा है कि वसुंधरा की जमानत के लिए कोर्ट में अपील दायर की जा रही है और मंगलवार तक वसुंधरा जमानत पर जेल से कभी भी बाहर आ सकती है।
परिवार ने लगाए थे गैर कानूनी ढंग से हिरासत में रखने के आरोप
वसुंधरा का पिछले 18 दिन से कोई अता-पता नहीं चल रहा था। उसके पिता पंकज ओसवाल लगातार उसकी खोज के लिए प्रयास कर रहे थे। उन्होंने अपनी बेटी को गैर कानूनी ढंग से हिरासत में रखने का आरोप भी लगाया था, जिसकी उन्होंने सोशल मीडिया पर वसुंधरा को गैर काूनूनी ढंग से हिरासत में रखे जाने की कुछ फोटो भी शेयर कर भारत सरकार के साथ-साथ यूएन से उसकी बेटी का पता लगाने की अपील भी की थी।

वह जगह, जिसमें हुए घोटाले व हेराफेरी तहत वसुंधरा पर केस दर्ज कर उसे जेल भेजा गया
पिता खुद रहते हैं स्वटजरलैंड में तो बेटी युगांडा मे संभालती है कारोबार
कारोबारी पंकज ओसवाल और उनकी पत्नी राधिका पिछले 10 साल से स्विटरजरलैंड में रहते हैं। वह एक आलीशान महल में रहते हैं, जिसकी कीमत 1649 करोड़ रूपए बताई जा रही है। वहां वह कारोबार देखते हैं और उनकी बेटी वसुंधरा युगांडा में पीआरओ इंडस्ट्रीज की डायरेक्टर है। कंपनी का पूरा कामकाज वसुंधरा संभालती है। पूरे मामले के बाद भारत समेत देश विदेश में रह रहे भारतीय कारोबारियों व उद्योगपतियों में भी खलबली मची हुई है।
जेल में रहने की बात के बाद परिवार को मिली थोड़ी राहत
वसुंधरा के जेल में बंद होने और युगांडा सरकार द्वारा अब उसे जल्द कानूनी सहायता दिए जाने की बात के बाद परिवार को थोड़ी राहत मिली है। पंकज ओसवाल के मुताबिक, वह पिछले 18 दिन से अपनी बेटी को लेकर परेशान थे, क्योंकि उनके पास जो मीडिया रिपोर्ट्स आ रही थी, उसमें यहीं बताया जा रहा था कि उनकी बेटी से बुरा सलूक किया जा रहा है और गैर कानूनी ढंग से वह हिरासत में है।