सीनियर साइंटिस्ट आयुषी मालवीय का परिजन और मोहल्ले के लोगों ने माला पहनाकर मिठाई खिलाई।
नर्मदापुरम लौटने पर यूपीएससी 2024 में चयनित इसरो की सीनियर साइंटिस्ट आयुषी मालवीय परिवार के लोगों ने स्वागत किया। आयुषी बुधवार को अहमदाबाद से रसूलिया चंदननगर स्थित अपने घर पहुंचीं। उनके चाचा मुकेश मालवीय, चाची पूजा मालवीय और मोहल्ले के लोगों ने तिलक
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आयुषी मालवीय की 597 वीं रैंक लगी।
ISRO में सीनियर साइंटिस्ट है आयुषी मालवीय आयुषी मालवीय ने अपने चौथे प्रयास में आयुषी ने 597वीं रैंक हासिल की है। वह ISRO अहमदाबाद में सीनियर साइंटिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने चंद्रयान-2, जीआई सेट, ओसन सेट-3, हाईसिस और अब शुक्रयान मिशन में काम किया है।
वह रोजाना सुबह 4 से 8 बजे तक और ऑफिस के बाद समय निकालकर पढ़ाई करती थीं। आयुषी ने बताया कि उन्हें आईआरएस मिलने की संभावना है।

आयुषी ने 2018 में मां को खो दिया था आयुषी ने बताया कि इस मुकाम तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था। अगस्त 2018 में मां शारदा मालवीय का निधन हो गया। मां सरकारी स्कूल में टीचर थी। मां के निधन के बाद दिसंबर 2018 में एक सड़क हादसे में पिता राकेश मालवीय भी गंभीर रूप से घायल हो गए। वे आज भी बिस्तर पर हैं। इसके बाद वे पिता और दादी को अपने साथ अहमदाबाद ले गई।
आयुषी के ऑफिस के समय पिता की देखभाल उनकी 76 वर्षीय दादी शकुंतला मालवीय करती है। आयुषी ने एसपीएम के केन्द्रीय विद्यालय से 12वीं तक की पढ़ाई की। उसके बाद उनका चयन साल 2013 में तिरुवनंतपुरम में इसरो के कॉलेज में चयन हुआ। यहां से पढ़ाई करने के बाद उन्हें साल 2017 में अहमदाबाद में नौकरी मिली।

समाजजन ने घर पहुंचकर स्वागत किया।
समाज का गौरव बनी आयुषी महासभा अध्यक्ष अर्जुन मालवीय एवं स्थानीय संगठन अध्यक्ष राजेंद्र मालवीय भगत ने बताया यूपीएससी देश की सबसे बड़ी परीक्षा होती है। जिसमें आयुषी मालवीय का चयन हुआ। यह समाज के लिए गर्व की बात है। इस दौरान अध्यक्ष राजेंद्र मालवीय, महिला मंडल अध्यक्ष पूजा मालवीय, मुकेश मालवीय, राजेश मालवीय, बनवारी लाल मालवीय, रमेश चंद्र मालवीय, राजकुमार मालवीय, प्रवीण शर्मा, अनीश मालवीय जितेन्द्र मालवीय, शशांक मालवीय ने पुष्पहार से बिटिया का स्वागत किया।