ग्रामीण बोले– बाघ मूवमेंट वाले इलाके में बंद हो लोगों का गुजरना
.
भोपाल शहर से मात्र 5 किमी दूर कलियासोत इलाके में बाघिन अपने शावकों के साथ घूम रही है। बुधवार दोपहर को राहगीरों ने बाघिन और उसके शावक को सड़क पार करते हुए देखा। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना भोपाल वन मंडल के अधिकारियों को देने की कोशिश की, लेकिन उनके फोन बंद मिले। कुछ मैदानी कर्मचारियों को फोन किया तो पता चला उनकी ड्यूटी वन मेले में है। इसके बाद स्थानीय रहवासियों और बाघ मित्रों ने लोगों को सड़क पार करने से रोका।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह बाघिन इन दिनों सड़क पर ज्यादा दिखाई दे रही है। वन्य प्राणी प्रेमियों का कहना है कि बाघिन का शावकों के साथ सड़क पर घूमना चिंता का विषय है। इससे इंसान और बाघ के बीच संघर्ष हो सकता है।
शावकों की सुरक्षा के लिए हो सकती है हमलावर
वन्य प्राणी प्रेमियों का कहना है कि बाघिन शावकों को लेकर बहुत ही संवेदनशील होती है। यदि वह किसी भी तरह का खतरा महसूस करती है तो वह इंसानों पर आक्रमण कर देती है। जिस जगह पर बाघ का मूवमेंट है वह आम रास्ता है। भोपाल फॉरेस्ट सर्किल के पूर्व सीसीएफ रवींद्र सक्सेना का कहना है कि बाघिन का शावकों के साथ सड़क पर मूवमेंट खतरनाक हो सकता है। भोपाल वन मंडल के अधिकारियों को इलाके में 144 धारा के लिए प्रशासन से मदद मांगना चाहिए। यहां पर पहले भी ऐसे समय 144 धारा लगाई गई है।
ड्यूटी में संशोधन कराया जाएगा
भोपाल वन मंडल के डीएफओ लोकप्रिय भारती का कहना है कि वन मेले में मैदानी अमले की ड्यूटी लगाई गई है। पेट्रोलिंग टीम में शामिल कर्मचारियों की ड्यूटी वन मेले से निरस्त कराई जाएगी। भारती ने कहा कि इलाके में कई तरह की विसंगतियां हैं। यहां पर प्री वेडिंग शूट हो रहे हैं, ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं। स्ट्रीट लाइट भी जल रही है। इसे बंद करने के लिए भोपाल कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर और वाइल्ड लाइफ पीसीसीएफ को पत्र लिखा है।