जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद रतलाम पुलिस ने शहर में रहने वाले बंगाली कारीगरों (बांग्लादेशियों) की जांच शुरू कर दी है। रविवार दोपहर सभी बंगाली लोगों को शहर के धनजीबाई नोहरा क्षेत्र में एकत्र किया। यहां पर एक-एक से उनके आधार कार्ड ज
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बता दें कि रतलाम में दो से ढाई हजार बंगाली कारीगर रहते हैं। जो सराफा बाजार में आभूषण बनाने का काम व्यापारियों के यहां करते हैं। कई लोग तो ऐसे हैं जिनको रतलाम में रहते हुए सालों बीत गए और परिवार समेत यहां पर रहने लगे हैं। अधिकतर माणक चौक थाना क्षेत्र में रहते हैं।
सत्यापन के लिए बंगाली कारीगरों की लाइन लगी।
पुलिस बल रहा मौजूद रविवार दोपहर सभी के सत्यापन का कार्य एसपी अमित कुमार के निर्देशन में शुरू हुआ। एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया, माणक चौक थाना प्रभारी अनुराग यादव, एसआई शिवनाथ राठौर आदि पुलिस बल की उपस्थिति में वेरिफिकेशन शुरू किया।

बंगाली कारीगरों से पूछताछ करती पुलिस।
माय आधार एप से किया मिलान एक एक से उनके आधार कार्ड का मिलान माय आधार एप से किया। रतलाम में कहां रहते है। उसके मकान मालिक का नाम, खुद का नाम, परिवार में कितने लोग है, कब से रह रहे हैं आदि जानकारी लेकर रजिस्टर में लिखी।
एएसपी राकेश खाखा ने बताया बाहर से आकर कई लोग रतलाम में रह रहे हैं। उनके बारे में जांच की जा रही है। सभी का वोटर व आधार कार्ड से सत्यापन ऑनलाइन किया जा रहा है। मिलान नहीं होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।