अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी और ग्रुप के एमडी राजेश अडाणी शुक्रवार की शाम रांची पहुंचे। वे रांची एयरपोर्ट से सीधे सीएम हेमंत सोरेन के आवासीय कार्यालय पहुंचे। जहां दोनों के बीच लगभग 2 घंटे से अधिक समय तक मीटिंग चली। बिना किसी पूर्व प्रस्तावित कार
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रांची पहुंचे अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने सीएम हेमंत से मुलाकात की।
सीएम हेमंत सोरेन के साथ मीटिंग के दौरान सरकार के मुख्य सचिव अलका तिवारी और सीएम के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार शामिल थे। राज्य में अडाणी ग्रुप के गोड्डा पावर प्लांट, सीमेंट प्लांट सहित हजारीबाग में कोल ब्लॉक जैसे बड़े प्रोजेक्ट हैं।
प्रोजेक्ट में आ रही अड़चनें, दूर कराने का अनुरोध
सूत्रों की मानें तो बैठक के दौरान हजारीबाग के गोंदलपुरा कोल ब्लॉक प्रोजेक्ट के शुरू होने में आ रही परेशानी को दूर कराने का अनुरोध किया गया है। झारखंड में अडाणी ग्रुप की ओर से किए गए बड़े निवेश में गोंदलपुरा कोल ब्लॉक प्रोजेक्ट एक है। इस प्रोजेक्ट को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है।
इस प्रोजेक्ट के लिए 513.18 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की गई है। कुल चिह्नित जमीन में ये 200 हेक्टेयर से अधिक जमीन फॉरेस्ट लैंड है। इसकी क्षतिपूर्ति के अलावा कई दूसरी अड़चनें इस प्रोजेक्ट को लेकर है, जिसे दूर कराने को लेकर दोनों के बीच बातचीत होने की बात कही जा रही है।
अडाणी को केंद्र सरकार द्वारा राज्य में 41 कोयला ब्लॉकों की नीलामी के बाद अडाणी समूह को नवंबर 2020 में गोंदलपुरा कोयला ब्लॉक मिला था। जिसमें अनुमानित तौर पर 17.6 करोड़ टन कोयले का भंडार बताया गया है।

दूसरे प्लांट से बिजली देने को तैयार कंपनी
राज्य में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट गोड्डा में लगा पावर प्लांट है। यहां से 16 सौ मेगावाट बिजली उत्पादन होता है। यहां की बनी बिजली बांग्लादेश भेजी जाती है। यहां से बनी बिजली में राज्य की हिस्सेदारी भी है। जिसका फायदा अभी तक राज्य को नहीं मिल पाया है।
बताया जा रहा है कि 16 सौ मेगावाट बिजली के एवज में 400 मेगावाट बिजली राज्य को मिलना है। इसे लेकर भी बैठक में बात हुई है। कंपनी की ओर से बताया गया है कि झारखंड के हिस्से की बिजली वह अपने किसी भी प्लांट से देने को तैयार है। राज्य सरकार की ओर से इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही गोड्डा में प्रस्तावित सीमेंट प्लांट को लेकर भी बात हुई है।